“किसी घाट पर 1 रूपया लगा वो बताए यमुना ही मुख्य तीर्थ हैं फिर 35000 करोड़ तीर्थ विकास के एवं 19500 करोड़ यमुना के आये पैसे क्या कागजो में खर्च हो चुके। एक भी नाला टेप हुआ तो उसका नाम लिखे? यमुना को आये 1900 करोड़ औऱ एक माह पहले भी यमुना सफाई को 398+49 करोड़ रुपये आये है इसके अलावा 35000 करोड़ रुपए तीर्थ के विकास के लिए आये किसने रोड़ा लगाया उसके बाद तीर्थ के घाटों का नालो के टेप कराने में विकास के कार्य स्थानीय प्रशासन ने किए किसी ने रोड़ा नही लगाया पर काम शून्य नजर आ रहा है। छोटे कार्यो में आपस मतभेद के कारण कार्य नही हुआ।”
ये शिकायतों की लंबी सूची सामने आई एक जन सभा में। श्रीधर पैलेस में आयोजित हेमा मालिनी की जनसभा में खड़े होकर विश्वधर्म रक्षक दल के विजय चतुर्वेदी ने सांसद से कहा कि अभी तक यमुना सफाई का करोडो रुपये का धन आपने नालो में बहा दिया हैं। उत्तर प्रदेश में एक बूंद भी यमुना जल उपलब्ध नही है। सरकार खोखले दावे करती रहती हैं।
आरोपों को सुनकर ड्रीमगर्ल भी भड़क गई औऱ मंच से कहने लगी में आपको टीवी में देखती हूं आपको सुनती हूँ आपके समाचार पढ़ती हूँ आप केवल क्रिटिसाइज करने आते हैं, आप साथ देंगे तो हथिनीकुड़ से जल लाएंगे। दूसरी तरफ यह भी कहा बड़े कार्य के लिए में बड़े बड़े नेताओं से मिलती रहती हूं, इसलिये छोटे कार्य विधायक पार्षद के जिम्मे हैं इसलिए में जनता को नही मिल पाती।
लोगो को कहना है को सांसद विगत में 31 नाले टेप करने की बात करती हैं अब 7 नालो की बात करती हैं, लोग कहते है की नालो को डाइवर्ट कर जैसिंग पुरा खादर में एक गंदा तालाब बना कर छोड़ दिया है। तालाब से सारी गंदगी सीधे यमुना में ही गिरती हैं। वर्तमान में नाले टेप की बातों से यमुना शुद्ध नही हो सकती क्योंकि सरकार सीवर ट्रीटमेंट प्लांटो पर मानसिकता बनाये हुए है।
लोग कहते है की वास्तव में यमुना जल अमृत हैं उसे शुद्ध करने की जरूरत नही है सरकार के पास गंदे नालो को अन्यत्र ले जाने के लिए कोई ठोस योजना नही है। विजय चतुर्वेदी बोले की सांसद को एक तरफ यमुना भक्तों से मिलने का समय नही है दूसरी तरफ भाषण में कहती हैं आप साथ दोगे तो हथिनीकुंड से जल लाएंगे।