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  • अमित शाह ने साझा की अपनी वज़न घटाने की यात्रा और स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर दिया

    अमित शाह ने साझा की अपनी वज़न घटाने की यात्रा और स्वास्थ्य जागरूकता पर जोर दिया

    केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी वज़न घटाने की प्रेरणादायक यात्रा साझा करते हुए बताया कि संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और भरपूर नींद उनकी इस सफलता के तीन प्रमुख स्तंभ रहे हैं। मई 2019 से शुरू हुई इस जीवनशैली में बदलाव की प्रक्रिया ने न सिर्फ उनके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार किया, बल्कि मानसिक स्पष्टता, कार्य क्षमता और निर्णय लेने की शक्ति को भी बढ़ाया।

    एक सार्वजनिक कार्यक्रम में बोलते हुए शाह ने कहा, “इसने मेरी सोचने, निर्णय लेने और कार्य करने की क्षमता को बेहतर बनाया है।” उन्होंने यह भी बताया कि इन बदलावों के चलते अब उन्हें एलोपैथिक दवाओं की जरूरत नहीं पड़ती।

    अपने 2020 से शुरू हुए स्वास्थ्य सुधार के अनुभव साझा करते हुए शाह ने विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। “मैं सभी से अनुरोध करता हूँ कि वे रोज़ दो घंटे व्यायाम और कम से कम छह घंटे की नींद जरूर लें। यह बेहद लाभकारी है। यह मेरा व्यक्तिगत अनुभव है,” उन्होंने कहा।

    शाह ने समग्र स्वास्थ्य दृष्टिकोण को अपनाने की आवश्यकता पर बल देते हुए लीवर स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले कॉर्पोरेट प्रयासों का भी समर्थन किया और समाज में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया।

    उनकी यह यात्रा न केवल एक व्यक्तिगत प्रेरणा है, बल्कि पूरे देश के लिए एक संदेश है: संतुलित जीवनशैली अपनाकर हम न सिर्फ अपने स्वास्थ्य को बेहतर बना सकते हैं, बल्कि जीवन की गुणवत्ता और

  • केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लिया एम्स में व्यवस्थाओं का जायजा

    केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लिया एम्स में व्यवस्थाओं का जायजा

    केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री श्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने शुक्रवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जोधपुर में इमरजेंसी विंग और कुछ प्रमुख वार्डों का निरीक्षण कर चिकित्सा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने मरीजों और उनके परिजनों के लिए उपलब्ध सुविधाओं को और अधिक सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। साथ ही, निर्माणाधीन ट्रॉमा आईसीयू और अन्य प्रोजेक्ट्स की प्रगति की जानकारी ली और संबंधित अधिकारियों से फीडबैक प्राप्त किया।

    एम्स प्रशासन और विभिन्न चिकित्सकीय विभागों के प्रमुख चिकित्सकों के साथ हुई बैठक में केंद्रीय मंत्री श्री शेखावत ने विशेष रूप से आईसीयू और ट्रॉमा आईसीयू की व्यवस्थाओं को बेहतर करने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि एम्स जोधपुर देश के प्रमुख एम्स संस्थानों में से एक है और यह राजस्थान, विशेषकर पश्चिमी राजस्थान के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सेवा केंद्र है। ऐसे में यहां श्रेष्ठ चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है।

    श्री शेखावत ने कहा कि जनता को आयुष्मान भारत और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से बेहतर चिकित्सा सेवाएं देना सरकार की जिम्मेदारी है। एम्स में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरंतर प्रयास है कि यहाँ कोई भी मरीज परेशान न हो। जनता की समस्याओं और शिकायतों को किसी भी स्थिति में नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।केंद्रीय मंत्री ने एम्स प्रशासन को ओपीडी, आईसीयू और समस्त स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

    उन्होंने आश्वासन दिया कि एम्स में स्वास्थ्य सेवाओं के विस्तार के लिए किसी प्रकार की वित्तीय बाधा नहीं आने दी जाएगी।

    उन्होंने निर्देश दिए कि एम्स जोधपुर स्थानीय डॉक्टर एस.एन. मेडिकल कॉलेज और उससे जुड़े अस्पतालों के साथ समन्वय स्थापित कर संयुक्त रूप से कार्य करें, जिससे क्षेत्रीय जनता को अधिक लाभ मिल सके।

  • नौ तपा: क्या है और क्यों होता है? भीषण गर्मी से अपने को कैसे बचाए?

    नौ तपा: क्या है और क्यों होता है? भीषण गर्मी से अपने को कैसे बचाए?

    नौ तपा भारतीय उपमहाद्वीप में एक प्रसिद्ध मौसमीय घटना है, जो हर साल मई के आखिरी सप्ताह से जून के पहले सप्ताह तक होती है। इसका नाम संस्कृत शब्दों से लिया गया है, जिसमें ‘नौ’ का मतलब ‘नौ दिन’ और ‘तपा’ का मतलब ‘गर्मी’ या ‘तपिश’ है। यह वह समय होता है जब गर्मी अपने चरम पर होती है, और सूरज की किरणें सीधी जमीन पर पड़ती हैं।

    नौ तपा क्या है?

    नौ तपा के दौरान, तापमान में अचानक वृद्धि होती है, और इस अवधि में सबसे ज्यादा गर्मी महसूस की जाती है। ये नौ दिन अत्यधिक गर्म और सूखे होते हैं, जिससे लोगों को बेहद असुविधा होती है। यह समय आमतौर पर 25 मई से 2 जून के बीच होता है।

    ये भी देखे: गर्मी इतनी की तपती जलती रेत में बीएसएफ के जवान ने सेका पापड़। बीकानेर में पारा 47 डिग्री। वीडियो वायरल।

    नौ तपा क्यों होता है?

    नौ तपा का मुख्य कारण पृथ्वी का झुकाव और सूर्य की स्थिति है। मई के अंत और जून की शुरुआत में, सूरज कर्क रेखा की ओर बढ़ता है, जिससे भारतीय उपमहाद्वीप के अधिकांश हिस्सों में सीधी धूप पड़ती है। इस समय, सूरज की किरणें लगभग सीधी होती हैं, जिससे दिन का तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है।

    नौ तपा का प्रभाव

    नौ तपा का मुख्य प्रभाव अत्यधिक गर्मी और सूखे का होता है। इस दौरान, लोग धूप से बचने के लिए घरों में रहना पसंद करते हैं, और बाहर काम करने से बचते हैं। गर्मी के कारण लू लगने का खतरा भी बढ़ जाता है, इसलिए इस समय में हाइड्रेटेड रहना और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना महत्वपूर्ण होता है।

    कृषि पर भी नौ तपा का प्रभाव पड़ता है। खेतों में नमी की कमी हो जाती है, जिससे फसलें प्रभावित होती हैं। हालांकि, यह समय फसलों के पकने और उनकी कटाई के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस अवधि के बाद, मानसून के आगमन की संभावना बढ़ जाती है, जो खेती के लिए आवश्यक नमी और पानी की पूर्ति करता है।

    नौ तपा के दौरान सावधानियां

    नौ तपा के दौरान अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:

    • दिन के सबसे गर्म समय में बाहर निकलने से बचें।
    • हल्के और सूती कपड़े पहनें।
    • पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें।
    • धूप में निकलते समय सिर को ढक कर रखें।
    • अधिक शारीरिक श्रम से बचें।

    नौ तपा भारतीय मौसम चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो गर्मियों की तीव्रता और मानसून की भविष्यवाणी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इस अवधि के बाद आने वाली मानसूनी बारिश गर्मी से राहत दिलाती है और कृषि के लिए अनुकूल परिस्थितियां पैदा करती है।

  • बढ़ती गर्मी में गायों की सेवा को आगे आया समाज

    बढ़ती गर्मी में गायों की सेवा को आगे आया समाज

    परवतसर में जाने माने वैद्य ओमप्रकाश दाधीच ने गायों की सेवा के लिए गो सेवा में भजन संध्या का आयोजन किया और गायों को एक क्विंटल लस्सी खिलायी और मरीजों भाइयों की चिकित्सा की तथा सभी गऊ सेवकों को भोजन प्रसादी कराई गई। गर्मी के बड़ते प्रकोप से जानवरो का बुरा हाल है। लोग इनकी सेवा के लिए बड़ चढ़ कर आगे आ रहे है।

    वैद्य ने साथ ही लोगो के स्वास्थ्य संबंधित मुद्दों पे भी चिंता व्यक्त की। उन्होंने बताया को जानलेवा डी जे साउंड एक परेशानी बना हुआ है। हाल में यहां एक वैवाहिक कार्यक्रम में डीजे बजाने से हुए कंपन से मकान की दीवार भरभरा कर गिर पड़ी और कई लोग उसमें दब गए। सौभाग्य से अधिकांश को निकाल लिया गया परंतु बहुत से पुरुष और महिलाएं और बच्चे बुरी तरह घायल। क्या समाज इस घटना से सबक लेगा?