राजस्थान के डिप्टी मुख्यमंत्री प्रेमचंद बैरवा को लेकर राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) ने सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट साझा किए हैं, जिसके बाद विवाद बढ़ गया। सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें भी वायरल हो रही हैं, जिसमें दावा किया गया कि प्रेमचंद बैरवा को डिप्टी सीएम पद से हटा दिया गया है। इस मामले ने राजनीतिक हलकों में खलबली मचा दी है।
आरजेडी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “बीजेपी का उपमुख्यमंत्री दिल्ली के पांच सितारा होटल में एक रशियन के साथ पकड़ा गया। मामला रफा-दफा करने का प्रयास जारी है।” हालांकि, इस पोस्ट में प्रेमचंद बैरवा का सीधा नाम नहीं लिया गया था, लेकिन इस विवाद ने कई तरह की चर्चाओं को जन्म दे दिया है। इसी बीच, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ और किरोड़ी लाल मीणा खुलकर प्रेमचंद बैरवा के समर्थन में उतर आए हैं। उन्होंने इस विवाद को फर्जी और बेबुनियाद बताया है और बैरवा के खिलाफ उठाए जा रहे सवालों को गलत ठहराया है।
सुप्रिया श्रीनेत ने अपने रशियन विवाद पर किए गए पोस्ट और बीजेपी नेताओं के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा, “यह कौन सा उड़ता तीर है, जो बीजेपी पकड़ रही है, मुझे पता नहीं। मैंने किसी का नाम नहीं लिया, तो क्लीन चिट किसे दी जा रही है? क्या यह चोर की दाढ़ी में तिनका नहीं है? जब मैंने आरोप ही नहीं लगाया, तो स्पष्टीकरण क्यों दिया जा रहा है?”
श्रीनेत ने साफ किया कि उन्होंने बिना किसी का नाम लिए मात्र चार शब्द लिखे थे, और इससे भाजपा में हड़कंप मच गया। उन्होंने कहा, “मेरे मन में आया कि रशिया-यूक्रेन का युद्ध चल रहा है और मैं दिल्ली में रहती हूं। रोज ली मेरिडियन देखती हूं, और दिल्ली में जो किस्से कहानियां सुनती हूं, उससे मुझे राजस्थान की याद आ गई।”
मदन राठौड़ और किरोड़ी लाल मीणा ने भी श्रीनेत की टिप्पणियों का विरोध करते हुए प्रेमचंद बैरवा का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला फर्जी है और विपक्षी दलों द्वारा भाजपा के नेताओं को बदनाम करने की एक साजिश है। भाजपा के नेताओं ने कहा कि बैरवा का चरित्र और उनकी प्रतिष्ठा पर किसी भी तरह का सवाल उठाना गलत है, और उनके खिलाफ लगाए गए आरोप आधारहीन हैं।