राजस्थान में जल जीवन मिशन में हुए 900 करोड़ के घोटाले की जांच अब CBI करेगी। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। इससे पहले ईडी और एसीबी भी इस मामले की जांच कर रही थी।
सीबीआई ने जलदाय विभाग के एक्स ईएन विशाल सक्सेना, श्याम ट्यूबेल कम्पनी के प्रोप्राइटर पद्म चंद जैन, गणपति ट्यूबेल कंपनी शाहपुरा के प्रोप्राइटर महेश मित्तल के अलावा अज्ञात सरकारी और गैर सरकारी लोगों को भी शामिल माना है। ये सभी पूर्व जलदाय मंत्री महेश जोशी के नजदीकी बताए जाते हैं।
इस मामले में ईडी ने 2023 सितंबर में जयपुर और अलवर में 9 जगह छापे मारे थे, जिसमें महेश मित्तल, प्रॉपर्टी कारोबारी संजय बढ़ाया, कल्याण सिंह कविया, विशाल सक्सेना, माया लाल सैनी, पद्म चंद जैन, तहसीलदार सुरेश शर्मा और अमिताभ कौशिक के यहां सर्च में 2.50 लाख नगद, एक किलो सोने की ईंट और करोड़ों की प्रॉपर्टी के कागजात और कुछ अधिकारियों के रिश्तेदारों के नाम से लेन देन के कागजात मिले थे।
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