खगोल प्रेमियों, अपनी दूरबीन और धैर्य तैयार रखो! इस हफ्ते आसमान में वो होने जा रहा है जो बरसों में एक बार देखने को मिलता है। सात ग्रह—बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून एक सीधी लाइन में दिखेंगे। इसे वैज्ञानिक भाषा में प्लैनेटरी परेड कहते हैं, और यह मौका यूं ही गंवाना नहीं चाहिए!कब और कैसे देखें?
यह अद्भुत नज़ारा 28 फरवरी 2025 को अपने चरम पर होगा। सूरज डूबते ही पश्चिमी क्षितिज पर यह ब्रह्मांडीय ड्रामा शुरू हो जाएगा। शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि तो बिना किसी उपकरण के साफ दिखेंगे, लेकिन यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन या टेलीस्कोप की ज़रूरत पड़ेगी।
अगर सही लोकेशन चुननी हो तो किसी ऐसी जगह जाओ जहां लाइट पॉल्यूशन कम हो, यानी शहर की भागमभाग से दूर खुला आसमान मिले। तब आपको यह सात ग्रहों की कतार सबसे साफ-सुथरी दिखेगी।
क्या खास है इस प्लैनेटरी शो में? ऐसे दुर्लभ खगोलीय संयोग अक्सर प्राचीन काल में शगुन-अपशगुन से जोड़ दिए जाते थे। हालांकि, वैज्ञानिक दृष्टिकोण से यह पृथ्वी से ग्रहों की कक्षाओं के संयोजन का परिणाम है।
क्या ये सिर्फ देखने का मज़ा है या कुछ और?
भले ही हम इस दृश्य को एक अद्भुत खगोलीय नज़ारे के तौर पर देखें, लेकिन यह वैज्ञानिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। खगोलशास्त्री ऐसे पलों का अध्ययन करके ग्रहों की गति, गुरुत्वाकर्षण प्रभाव और भविष्य में होने वाले खगोलीय परिवर्तनों पर रिसर्च करते हैं।
अगर आप इस अनोखे संयोग को नहीं देख पा रहे हैं, तो चिंता मत करो। कई वेधशालाएँ और वैज्ञानिक संगठन इस घटना को लाइव स्ट्रीम भी करेंगे, जिससे आप इसे मोबाइल या लैपटॉप पर भी देख सकते हैं।
तो तैयार रहिए, क्योंकि आसमान की इस पार्टी में ग्रहों का जलवा देखने का मौका बार-बार नहीं आता!
Leave a Reply