ओला इलेक्ट्रिक पर निशाना साधने वाले कमीडियन कुणाल कामरा और ओला के मालिक भावेश अग्रवाल के बीच ट्विटर पर हुई तकरार ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी। कुणाल कामरा ने ओला की असफलताओं को उजागर करते हुए ट्वीट किया, “क्या भारतीय उपभोक्ताओं की कोई आवाज़ है? क्या वे इस तरह के उत्पाद डिज़र्व करते हैं? दोपहिया वाहन कई दिहाड़ी मजदूरों के लिए जीवन रेखा हैं। @nitin_gadkari क्या यही भविष्य है भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों का? @jagograhakjago आपका कोई जवाब?” इसके साथ ही उन्होंने ओला इलेक्ट्रिक से नाराज़ लोगों को अपनी कहानियां साझा करने का अनुरोध किया।
इस ट्वीट पर ओला के सीईओ भावेश अग्रवाल ने तीखा जवाब देते हुए लिखा, “चूंकि तुम्हें इतनी परवाह है @kunalkamra88, तो आओ और हमारी मदद करो! मैं तुम्हें तुम्हारी ‘पेड ट्वीट’ से ज़्यादा भुगतान करूंगा, या तुम्हारे असफल कॉमेडी करियर से ज़्यादा। वरना चुप रहो और हमें असली ग्राहकों के लिए समस्याओं को ठीक करने दो। हम अपनी सर्विस नेटवर्क का विस्तार कर रहे हैं और जल्द ही बैकलॉग क्लियर हो जाएगा।”
भावेश का यह जवाब सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल गया और लोग उन्हें पाखंड के लिए घेरने लगे। एक यूजर ने लिखा, “मैं असली ग्राहक हूं और तुम्हारी सर्विस बेकार है। जल्दी ही तुम्हारे ओला पर कोई सीरीज़ आएगी, शायद ‘Scam 2025 या 2027’। पर जरूर आएगी।”
दूसरे लोगों ने भी अपना गुस्सा जाहिर किया। एक यूजर ने लिखा, “अग्रवाल जी, यह आपके घमंड को दिखाता है। समस्या का समाधान करने के बजाय, आप सवाल उठाने वाले को ही दोषी ठहरा रहे हो। बहुत बढ़िया!”
एक और यूजर ने कहा, “मैं कमरा से कभी सहमत नहीं होता, लेकिन क्या इस तरह से आप समस्याएं हल करेंगे? पहले समस्या को सुनिए, फिर कुछ सुधार कीजिए।” एक अन्य ने लिखा, “आपकी सर्विस इतनी खराब है कि लोग ओला को आग लगा रहे हैं। आपने अब तक क्या किया? इतना पैसा जला रहे हो, लेकिन कम गुणवत्ता के उत्पाद दे रहे हो।”
सोशल मीडिया पर यह बहस तब और गर्म हो गई जब लोगों ने ओला के वित्तीय आंकड़े उजागर किए। “वित्तीय वर्ष 2023 में ओला का शुद्ध नुकसान 722.25 करोड़ रुपये और 2022 में 1522.33 करोड़ रुपये था। और ये व्यक्ति कुणाल कामरा के करियर को असफल बता रहा है। असली कॉमेडी यही है।”
हालांकि, ओला ने सस्ती कीमतों पर बड़ी मात्रा में भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर की बिक्री की है, लेकिन जल्द ही कई समस्याएं सामने आ गईं। ग्राहकों को वाहन खराब होने या एरर कोड की शिकायतें आ रही हैं, और सर्विस सेंटरों में खराब ओला स्कूटरों की भीड़ लग गई है। इसके साथ ही ग्राहकों को समय पर सहायता न मिलने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं।
ट्विटर का ये विवाद ओला की सेवा गुणवत्ता और उसके प्रबंधन के प्रति सवाल उठाता है। भावेश अग्रवाल का ट्वीट इस बात को दर्शाता है कि कंपनी के प्रति नाराजगी कितनी गहरी है और भारतीय उपभोक्ता इलेक्ट्रिक वाहनों से किस प्रकार की अपेक्षाएं रखते हैं। ओला को जल्द ही खराब हो रहे स्कूटर सही करके कस्टमर में खोया विश्वाश वापस पाना होगा।
Leave a Reply