Category: समाचार News

देशभर की प्रमुख घटनाओं, नीतियों और बदलावों से जुड़ी ताज़ा व विश्वसनीय राष्ट्रीय समाचारों की प्रस्तुति।

  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया, विपक्ष को दिया करारा जवाब

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया, विपक्ष को दिया करारा जवाब

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी के भाषण में देश के सामने मौजूद हकीकतों को समेटा गया है और देश किस गति से प्रगति कर रहा है, इसका लेखा-जोखा प्रस्तुत किया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्रपति जी ने भारत के उज्ज्वल भविष्य को ध्यान में रखते हुए चार मजबूत स्तंभों पर हमारा ध्यान केंद्रित किया है – नारी शक्ति, युवा शक्ति, गरीब भाई-बहन और किसान, मछुआरे, पशुपालक।

    उन्होंने विपक्ष को भी करारा जवाब दिया। कहा कि कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का बहुत बड़ा अवसर मिला, लेकिन 10 साल में वे उस दायित्व को निभाने में विफल रहे। सिर्फ परिवारवाद में पड़े रहे। एक ही व्यक्ति को लॉन्च करने में लगे रहें। इसी लिए हम 370 और एनडीए 400 पार सीट लेकर तीसरे टर्म में वापसी कर रहा है। ऐसे ही चलता रहा तो जल्द ही आप दर्शक दीर्घा में बैठेंगे।

    प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस में एक कैंसिल कल्चर डेवलप हुआ है, अगर हम कहते हैं कि मेक इन इंडिया तो कांग्रेस कहती है कैंसिल, हम कहते हैं– आत्मनिर्भर भारत कांग्रेस कहती है कैंसिल, हम कहते हैं वोकल फॉर लोकल, कांग्रेस कहती है कैंसिल।

  • मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने पैतृक गांव अटारी का दौरा किया

    मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने पैतृक गांव अटारी का दौरा किया

    मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने पदभार संभालने के करीब डेढ़ महीने बाद पहली बार अपने पैतृक गांव अटारी का दौरा किया। क्षेत्र के निवासियों ने उनका भव्य स्वागत किया और मुख्यमंत्री ने पूरे गांव की नंगे पांव परिक्रमा की। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार आमजन की सरकार है और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना उनकी प्राथमिकता है।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि एकीकृत ईआरसीपी परियोजना को हर हाल में पांच साल में पूरा किया जाएगा और पेपरलीक के दोषियों को सजा दिलाई जाएगी।

  • राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई, उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहन

    राजस्थान में भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई, उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहन

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा है कि राज्य सरकार में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को प्रोत्साहित किया जाएगा और भ्रष्टाचार में लिप्त कार्मिकों को नहीं बख्शा जाएगा। उन्होंने कोटा रेंज के उप निरीक्षक श्री रामस्वरूप मीना को साहसिक कार्य के लिए पुलिस निरीक्षक पद पर पदोन्नति की सिफारिश की है।

    मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के 11 भ्रष्टाचार में लिप्त कार्मिकों की पेंशन रोकने और वेतन वृद्धि रोकने सहित दंडात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

  • प्रधानमंत्री ने असम के गुवाहाटी में मां कामाख्या दिव्य लोक परियोजना समेत 11,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

    प्रधानमंत्री ने असम के गुवाहाटी में मां कामाख्या दिव्य लोक परियोजना समेत 11,000 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज असम के गुवाहाटी में 11,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। गुवाहाटी में प्रमुख क्षेत्रों में खेल और चिकित्सा आधारभूत संरचना और कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने वाली परियोजनाएं शामिल हैं। सभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने मां कामाख्या का आभार व्यक्त करते हुए कहा किवे मां के आशीर्वाद से आज असम में 11,000 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास के लिए यहां आए हैं। उन्होंने कहा कि आज की विकास परियोजनाएं पूर्वोत्तर राज्यों के साथ-साथ दक्षिण पूर्व एशिया के पड़ोसी देशों के साथ असम की कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी, पर्यटन क्षेत्र में रोजगार में वृद्धि होगी और राज्य में खेल प्रतिभाओं के लिए नए अवसर सृजित करेंगी। उन्होंने आज की विकास परियोजनाओं के कारण राज्य में चिकित्सा शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के विस्तार का भी उल्लेख किया। प्रधानमंत्री ने आज की विकास परियोजनाओं के लिए असम और पूर्वोत्तरवासियों को बधाई दी।

    उन्होंने कल शाम गुवाहाटी पहुंचने पर नागरिकों केउत्साहपूर्वक अभिनंदन के लिए धन्यवाद दिया।कई तीर्थ स्थलों की अपनी हाल के दिनों में हुई यात्राओं का स्मरण करते हुए, प्रधानमंत्री ने आज मां कामाख्या के सामने पहुंचने और मां कामाख्या दिव्य लोक परियोजना की आधारशिला रखने के लिए कामाख्या मां का आभार व्यक्त किया। परियोजना की अवधारणा और दायरे के बारे में, प्रधानमंत्री ने बताया कि इसके पूरा होने पर भक्तों के लिए मां कामाख्या के दर्शन सुगम हो जाएंगे, साथ ही भक्तों की संख्या में भी वृद्धि होगी। प्रधानमंत्री ने राज्य सरकार और मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा के प्रयासों की सराहना करते हुए कहाकि मां कामाख्या के दर्शन के लिए भक्तों की संख्या में वृद्धि के साथ असम पूर्वोत्तर में पर्यटन का प्रवेश द्वार बन जाएगा।

    मोदी ने कहा की पिछले कुछ वर्षों में पूर्वोत्तर में हजारों युवाओं ने हिंसा का मार्ग छोड़ दिया है और विकास का विकल्प चुना है। उन्होंने कहा कि इनमें से असम के 7,000 से अधिक युवाओं ने भी हथियार छोड़ दिए हैं और देश के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ने का संकल्प लिया है। उन्होंने कई जिलों में अफस्पा हटाने के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जो क्षेत्र हिंसा से प्रभावित थे, आज सरकार के सहयोग से लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप उनका विकास किया जा रहा है।प्रधानमंत्री ने लक्ष्य स्थापित करने के महत्व पर बल दिया और कहा कि पिछली सरकारों के पास उद्देश्यों की कमी थी और वे कड़ी मेहनत करने में भी विफल रहीं। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर को पूर्वी एशिया के समान विकसित होते देख रहा हूं।

    आज पूर्वोत्तर होते हुए दक्षिण एशिया और पूर्वी एशिया की कनेक्टिविटी का विस्तार हो रहा है। राज्य में कई सड़कों को दक्षिण एशिया उपक्षेत्रीय आर्थिक सहयोग के तहत उन्नत किया जाएगा, जिससे पूर्वोत्तर क्षेत्र एक व्यापार केंद्र के रूप में बदल जाएगा। प्रधानमंत्री ने युवाओं का आवाह्न किया कि वे अपनी आकांक्षाओं के अनुरूप पूर्वी एशिया के समान अपने क्षेत्र का विकास देखें।प्रधानमंत्री ने युवाओं के इस सपने को साकार करने के लिए अपना दृढ़ संकल्प व्यक्त किया।प्रधानमंत्री ने रेखांकित किया कि भारत और उसके नागरिकों के लिए सुखी और समृद्ध जीवन का लक्ष्य आज किए जा रहे सभी विकास कार्यों का मुख्य कारण है।

    प्रधानमंत्री ने असम और पूर्वोत्तर द्वारा निभाई जाने वाली बड़ी भूमिका का उल्लेख किया इस अवसर पर असम के राज्यपाल, श्री गुलाब चंद कटारिया, असम के मुख्यमंत्री, डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा और केंद्रीय पत्तन,पोत परिवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री, श्री सर्बानंद सोनोवाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

  • सुरक्षित स्कूल, सुरक्षित राजस्थान: तीसरे चरण में 45.55 लाख बच्चों ने ‘गुड टच-बैड टच’ का पाठ दोहराया, ‘नो-गो-टेल’ थ्योरी से बच्चों ने सीखे असुरक्षित स्पर्श से बचाव के गुर

    सुरक्षित स्कूल, सुरक्षित राजस्थान: तीसरे चरण में 45.55 लाख बच्चों ने ‘गुड टच-बैड टच’ का पाठ दोहराया, ‘नो-गो-टेल’ थ्योरी से बच्चों ने सीखे असुरक्षित स्पर्श से बचाव के गुर

    जयपुर, 03 फरवरी। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अध्ययनरत बच्चों में ‘असुरक्षित स्पर्श’ के प्रति जागरूकता से समाज में ‘चाइल्ड अब्यूज’ की घटनाओं पर लगाम कसने के लिए ‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान’ अभियान का तीसरा और अंतिम चरण शनिवार को ‘नो बैग डे’ एक्टिविटी के तहत आयोजित किया गया। स्कूल शिक्षा विभाग के शासन सचिव श्री नवीन जैन ने बताया कि शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर ने स्कूलों में विद्यार्थियों के साथ यौन दुराचार की घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए दोषी लोगों के विरूद्ध सख्त एक्शन की हिदायत दी है। स्कूल शिक्षा विभाग का यह आयोजन ऐसी घटनाओं की रोकथाम में मददगार साबित होगा।

    उन्होंने बताया कि ‘सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थान अभियान के तीसरे चरण में राज्य के 65 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में एक साथ आयोजित इस गतिविधि में 45 लाख 55 हजार 358 विद्यार्थियों के लिए एक लाख 3 हजार 920 रिपीटिशन सत्र आयोजित किए गए। सभी सरकारी स्कूलों में इस अभियान के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त टीचर्स (मास्टर ट्रेनर्स) द्वारा बच्चों को ‘बैड टच’ का मुकाबला करते हुए खुद को सुरक्षित रखने के लिए ‘नो-गो-टेल’ की थ्योरी बताई गई। उन्होंने बताया कि तीसरे चरण के सफल आयोजन में 3 लाख 26 हजार 244 शिक्षकों के साथ ही 4 लाख 57 हजार 265 अभिभावकों और अन्य व्यक्तियों ने भी अपनी भागीदारी निभाई।

    शासन सचिव ने बताया कि प्रदेश में सुरक्षित स्कूल सुरक्षित राजस्थानअभियान का पहला चरण गत अगस्त माह में आयोजित किया गया था। दूसरा चरण और प्रथम रिपीटिशन अक्टूबर 2023 में आयोजित किया गया। आज तीसरे चरण एवं दूसरे रिपीटिशन के साथ ही स्कूल शिक्षा विभाग की विशेष पहल के तौर पर आयोजित इस कार्यक्रम का ‘चक्र’ (साइकल) पूर्ण हो गया है। उन्होंने बताया कि विशेषज्ञों का यह मानना है कि गुड टच और बैड टच के बारे में बच्चों को प्रथम बार प्रशिक्षण देने के बाद कुछ अंतराल के बाद उसके दो और रिपीटिशन किए जाते है, तो वे इसका सामना करते हुए खुद के बचाव में दक्ष हो जाते है। इसी उद्देश्य से स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा प्रदेश के स्कूलों में यह मुहिम चलाई गई।क्या है गुड टच और बैड टच में भेदशासन सचिव श्री जैन ने बताया कि टच किस इमोशन के साथ किया जा रहा है, इसकी पहचान ‘सिक्स्थ सेंस’ का इस्तेमाल करते हुए की जा सकती है।

    गुड टच और बैड टच में भेद करने की क्षमता भगवान ने सभी को प्रदान की है।

    ‘गुड टच’ से बच्चों में सुरक्षा और सुविधा (सेफ्टी और कम्फर्ट) तथा ‘बैड टच’ से असुरक्षा एवं असुविधा (इनसिक्योरिटी एवं डिस्कम्फर्ट) की फीलिंग आती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश की स्कूलों में इन तीन चरणों में बच्चों को बैड टच की स्थिति में चिल्लाते हुए ‘नो’ बोलकर उस स्थान या व्यक्ति से सावधानी के साथ दूर भागने (गो) और इसके बारे में बिना किसी डर या घबराहट के किसी बड़े या जिस पर उनको सबसे ज्यादा भरोसा हो, को इसके बारे में बताने (टैल) की ‘नो-गो-टैल’ की थ्योरी की बारीकियां सिखाई गई।

  • भारतीय नौसेना ने सोमाली समुद्री डाकुओं को हथियार डालने के लिए मजबूर किया, 19 नागरिकों को बचाया

    भारतीय नौसेना ने सोमाली समुद्री डाकुओं को हथियार डालने के लिए मजबूर किया, 19 नागरिकों को बचाया

    भारतीय नौसेना युद्धपोत सुमित्रा ने एफवी इमान पर समुद्री डकैती के दुस्साहस को विफल करते हुए, सोमालिया के पूर्वी तट पर एक और सफल समुद्री डकैती विरोधी अभियान को अंजाम दिया है। इस अभियान में मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी और उसके चालक दल (19 पाकिस्तानी नागरिक) को 11 सोमाली समुद्री डाकुओं से बचाया गया है।

    भारतीय नौसेना के स्वदेशी अपतटीय गश्ती युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा को सोमालिया के पूर्व और अदन की खाड़ी में समुद्री डकैती रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों के लिए तैनात किया गया है। इस युद्धपोत ने 28 जनवरी 2024 को एक ईरानी ध्वजवावाहक मछली पकड़ने वाले जहाज (एफवी) इमान के अपहरण से जुड़ा एक संकट संदेश मिला था, जिसके मुताबिक इस जहाज के चालक दल को समुद्री डाकुओं ने बंधक बना लिया था। आईएनएस सुमित्रा ने एसओपी का पालन करते हुए एफवी को रोका और जहाज पर मौजूद चालक दल (17 ईरानी नागरिकों) को 29 जनवरी 2024 की सुवह सुरक्षित बचा लिया गया। एफवी इमान को पूरी तरह से स्वच्छ करने के बाद आगे की यात्रा पर रवाना कर गया है।

    इसके पश्चात, एक अन्य ईरानी ध्वजवाहक मछली पकड़ने वाले जहाज अल नईमी को खोजने और उसे सुरक्षित बचाने के लिए आईएनएस सुमित्रा ने फिर से कार्रवाई शुरू की। इस जहाज और इसके चालक दल (19 पाकिस्तानी नागरिक) को भी समुद्री डाकुओं ने बंधक बना लिया था । सुमित्रा ने 29 जनवरी 2024 को एफवी को रोक लिया और डाकुओं के खिलाफ जबरदस्त और शीघ्रता के साथ प्रभावी कार्रवाई को अंजाम देते हुए उन्हें चालक दल और जहाज की सुरक्षित रिहाई पर मजबूर कर दिया। जहाज पर साफ-सफाई करने और सोमाली समुद्री डाकुओं द्वारा बंदी बनाए गए चालक दल की स्वास्थ्य जांच के लिए इसे बोर्डिंग भी किया गया।

    आईएनएस सुमित्रा ने 36 घंटे से भी कम समय में, त्वरित, निरंतर और अथक प्रयासो के माध्यम से कोच्चि से लगभग 850 एनएम पश्चिम में दक्षिणी अरब सागर में 36 चालक दल (17 ईरानी और 19 पाकिस्तानी) के साथ दो अपहृत मछली पकड़ने वाले जहाजों को सुरक्षित बचाते हुए व्यापारी जहाजों पर समुद्री डकैती जैसे कृत्यों के लिए इनका भविष्य में मदर शिप के रूप में उपयोग किया जाता है । भारतीय नौसेना ने समुद्र में सभी नाविकों और जहाजों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में सभी समुद्री खतरों के खिलाफ कार्रवाई करने में इस क्षेत्र में एक बार फिर से अपनी प्रतिबद्धता को सिद्ध किया है।

  • जम्मू-कश्मीर कृषि स्टार्ट-अप केंद्र (हब) के रूप में उभर रहा है

    जम्मू-कश्मीर कृषि स्टार्ट-अप केंद्र (हब) के रूप में उभर रहा है

    अनुसन्धान परिषद – भारतीय समवेत औषधि संस्थान (सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीग्रेटिव मेडिसिन) द्वारा आयोजित किसान सम्मेलन को संबोधित करते हुए, केंद्रीय मंत्री ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी में कर्तव्य पथ पर एक झांकी के माध्यम से भद्रवाह के लैवेंडर खेतों के अभि के चित्रण पर प्रसन्नता व्यक्त की। इसे एक सफलता की कहानी के रूप में गिनाते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि अरोमा मिशन से प्रेरणा लेते हुए हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और नागालैंड राज्यों ने भी अब लैवेंडर की खेती शुरू कर दी है।

    मंत्री महोदय ने बताया कि जम्मू -कश्मीर के तीन हजार से अधिक युवा स्व-रोजगार के एक बड़े अवसर के रूप में उभरे इस मिशन में लगे हुए हैं और वे इससे लाखों रूपये कमा रहे हैं। डॉ. सिंह ने रेखांकित किया कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तिगत प्रयासों और हर संभव सहायता प्रदान करने के सरकार के उपायों चाहे वह युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना हो अथवा लैवेंडर उत्पादों के लिए उद्योग लिंकेज सुनिश्चित करना या फिर अन्य आवश्यक प्रावधान करने एवं इस क्रांति को बढ़ावा देने के लिए साजो-सामान संबंधी सहायता देना हो, के कारण प्राप्त हुई है I उन्होंने बताया कि लैवेंडर से बने उत्पाद महाराष्ट्र जैसे राज्यों में हजारों की संख्या में बेचे जाते हैं और जिससे उत्पादकों को भरपूर राजस्व मिलता है।

    मंत्री महोदय ने याद दिलाया कि यह प्रधानमंत्री श्री मोदी ही थे जिन्होंने ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर से स्टार्ट अप इंडिया, स्टैंड अप इंडिया का स्पष्ट आह्वान किया था। प्रधानमंत्री के आह्वान के बाद लोग इस आंदोलन से जुड़ गये I डॉ. सिंह ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप स्टार्ट-अप्स की संख्या अब 350 से बढ़कर 1.25 लाख हो गई है, जिससे भारत इस क्षेत्र में विश्व में तीसरे स्थान पर है। केंद्रीय मंत्री ने युवाओं से कृषि स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र में शामिल होने का आग्रह किया ताकि वे अर्थव्यवस्था में मूल्य संवर्धन में अपना योगदान दे सकने के साथ ही अमृत काल के अगले 25 वर्षों में भारत को नंबर एक अर्थव्यवस्था बनाने के राष्ट्रीय लक्ष्य को साकार करने में सहायता कर सकें।

    आगे कार्रवाई का आह्वान करते हुए, डॉ. सिंह ने कहा कि जो अभी तक जो क्षेत्र अनछुए हैं या फिर कम खोजे गए हैं, वे अर्थव्यवस्था में मूल्यवर्धन करने की क्षमता रखते हैं I उन्होंने आगे कहा कि 2047 तक भारत राष्ट्र को विकसित बनाने के कार्य में जम्मू और कश्मीर की अगुवाई वाली बैंगनी क्रांति (पर्पल रिवोल्यूशन) की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। जम्मू-कश्मीर, विशेषकर कठुआ में सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों की सुरक्षा के लिए किए गए उपायों के बारे में बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उनके लिए बंकरों का निर्माण किया गया है ताकि वे सीमा पार से अकारण गोलीबारी से बचने के लिए उनमे आश्रय ले सकें। जबकि पहले तो इन निवासियों को उनके हाल पर छोड़ दिया जाता था। उन्होंने खेद जताते हुए कहा कि ऐसे में वे लोग या तो अपने रिश्तेदारों के यहां या फिर पंचायत में शरण लेते रहे। डॉ. सिंह ने कहा कि इसी तरह से यात्रा में आसानी के लिए राज्य के सुदूरवर्ती दुर्गम क्षेत्रों में सड़क संपर्क में भी सुधार किया गया है।

  • 970 तीर्थयात्रियों को लेकर अयोध्या रवाना हुई स्पेशल ट्रेन- देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने दिखाई हरी झंडी

    970 तीर्थयात्रियों को लेकर अयोध्या रवाना हुई स्पेशल ट्रेन- देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने दिखाई हरी झंडी

    जयपुर, 25 जनवरी, 2024। अयोध्या स्थित प्रभु श्री रामलला के दर्शनों के लिए जयपुर समेत प्रदेशभर के 970 बुजुर्ग तीर्थयात्रियों का पहला दल गुरुवार शाम को खातीपुरा रेलवे स्टेशन से रवाना हो गया। देवस्थान मंत्री श्री जोराराम कुमावत ने हरी झंडी दिखाकर ट्रेन को रवाना किया। इससे पहले मंत्री श्री कुमावत ने रामभक्तों को अयोध्या की निशुल्क यात्रा कराने के लिए इस ट्रेन की व्यवस्था के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल को धन्यवाद दिया।

    श्री कुमावत ने कहा कि पांच सौ सालों के लंबे इंतजार और आंदोलन के बाद कोर्ट का फैसला मंदिर निर्माण के पक्ष में आया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ढाई साल के अल्प समय में ही राम मदिर की प्राण प्रतिष्ठा संभव हो सकी। यह हम सबके लिए गौरव की बात है। देवस्थान विभाग के अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए मंत्री ने कहा कि उन्होंने समय पर यात्रियों के अयोध्या यात्रा की सुचारू व्यवस्था की। उन्होंने अधिकारियों को यात्रियों की सुविधा का पूरा ध्यान रखने के निर्देश भी प्रदान किए।

    श्री कुमावत ने बताया कि 5 तारीख को जोधपुर से एक दूसरी ट्रेन भी रवाना होगी जो मेड़ता सिटी होती हुई अयोध्या जाएगी।उन्होंने सभी यात्रियों को बधाई और शुभकामना देते उनकी सफल और निर्विघ्न यात्रा की कामना की।देवस्थान मंत्री ने ट्रेन में व्यवस्थाओं का अवलोकन किया और तीर्थयात्रियों से बात भी की। देवस्थान विभाग की ओर से वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना 2023 के तहत अयोध्या सर्किट योजना के लिए आवेदन करने वाले बुजुर्गाे को यह पहला अवसर मिला है। पांच दिवसीय इस यात्रा में बुजुर्गों को अयोध्या के रामलला के दर्शनों के साथ ही हरिद्वार और ़ऋषिकेश तीर्थस्थलों का भी भ्रमण करवाया जाएगा। ट्रेन में एक मंदिर भी बनाया गया है जिसमें बुजुर्ग कीर्तन और पूजा पाठ कर सकेंगे।

  • प्रधानमंत्री ने 1 करोड़ घरों में रूफटॉप सौर ऊर्जा स्थापित करने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” शुरू करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की

    प्रधानमंत्री ने 1 करोड़ घरों में रूफटॉप सौर ऊर्जा स्थापित करने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” शुरू करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की

    प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने सूर्यवंशी भगवान श्री राम की प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर अपनी अयोध्या यात्रा के तुरंत बाद, लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर 1 करोड़ घरों पर रूफटॉप सौर ऊर्जा स्थापित करने के लक्ष्य के साथ “प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना” शुरू करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।

    प्रधानमंत्री ने बैठक के दौरान कहा कि सूर्य की ऊर्जा का उपयोग छत वाले प्रत्येक घर द्वारा अपने बिजली के बिल को कम करने और उन्हें अपनी बिजली की जरूरतों के लिए वास्तव में आत्मनिर्भर बनाने के लिए किया जा सकता है।प्रधानमंत्री सूर्योदय योजना का लक्ष्य निम्न और मध्यम आय वाले व्यक्तियों को रूफटॉप सौर ऊर्जा की स्थापना के माध्यम से बिजली उपलब्ध करना है, साथ ही अतिरिक्त बिजली उत्पादन के लिए अतिरिक्त आय का अवसर उपलब्ध करना है।

    प्रधानमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि आवासीय क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बड़ी संख्या में रूफटॉप सौर ऊर्जा अपनाने को लेकर प्रेरित करने के लिए एक व्यापक राष्ट्रीय अभियान शुरू किया जाना चाहिए।

    फिलहाल कई राज्य ज्यादातर नागरिकों को 100 यूनिट हर महीने बिजली के बिल पे छुट दे रहे है जिससे लगभग हर महीने, हर उपभोक्ता सरकार को 400 से 500 रुपए का नुकसान हो रहा है व कुल मिलाकर ये घाटा हजारों करोड़ में पहुंच चुका है।

    अगर हर घर इस योजना में 1 किलोवाट का सिस्टम भी लगाए जिसे छत पे 10X10 फीट की जगह चाहिए, तो ये सिस्टम हर महीने 100 यूनिट बिजली पैदा कर सकता है। अगर सरकार ऐसे सिस्टम के लिए 50,000 रुपए की सब्सिडी भी दे तो ये योजना सरकार को अगले 15 साल में 10,000 करोड़ रुपए बचा सकती है और सब्सिडी सिस्टम खत्म कर सकती है।

  • 100 दिवसीय कार्ययोजना पर चर्चा- गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री भजनलाल

    100 दिवसीय कार्ययोजना पर चर्चा- गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सर्वोच्च प्राथमिकता: मुख्यमंत्री भजनलाल

    21 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने रविवार को मुख्यमंत्री निवास पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार 100 दिवसीय कार्ययोजना पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि सेवाभाव एवं संवेदनशीलता के साथ चिकित्सालयों में मरीजों का उपचार करें। उन्होंने कहा कि प्रदेश के स्वास्थ्य केंद्रों को सुदृढ़ करने की दृष्टि से आयुष्मान आरोग्य मंदिरों के रूप में विकसित किया जा रहा है। यह मंदिर जन स्वास्थ्य की मुख्य धुरी के रूप में कार्य करेंगे। इसमें योगा और वेलनेस गतिविधियां भी संचालित की जाएगी। श्री शर्मा ने कहा कि प्रदेशवासियों का अच्छा स्वास्थ्य और गुणवत्तापूर्ण उपचार राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने निर्देश दिए कि चिकित्सक अस्पतालों में समय पर पहुंचे और रोगियों एवं उनके परिवारजनों के साथ अच्छा व्यवहार रखे। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कार्यों में अनावश्यक देरी करने वालों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासियों के लिए निःशुल्क दवा और जांच सुविधाएं उपलब्ध है, लेकिन हमारा प्रयास है कि लोग स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित हो। उन्होंने स्वच्छता पर विशेष जोर देकर कहा कि खुले में खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाए तथा मिलावट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। खाद्य सामग्री विक्रेताओं को कानूनों की जानकारी दी जानी चाहिए। श्री शर्मा ने सवाई मानसिंह अस्पताल में भी पीएम जन औषधि केन्द्र खोलने और आयुष्मान आरोग्य केंद्रों के निर्माण कार्य समयबद्ध पूरा करने के निर्देश दिए।

    वृद्ध रोगियों के लिए अलग व्यवस्था के निर्देश

    मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन राज्यों में चिकित्सा क्षेत्र में अच्छे कार्य हुए हैं, उनका अध्ययन कर यहां भी लागू करने के प्रयास करें। उन्होंने कहा कि चिकित्सालयों में पुरूष और महिला वार्डों की तरह वृद्धजन रोगियों के लिए अलग सुविधाएं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि रक्तदान शिविरों की संख्या बढ़ाने के लिए सामाजिक संस्थानों और जनप्रतिनिधियों आदि का सहयोग प्राप्त करें। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत स्वास्थ्य शिविरों में अधिकाधिक लोगों की स्वास्थ्य जांच करने तथा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि एक भी पात्र व्यक्ति लाभ से वंचित नहीं रहे। श्री शर्मा ने पीएम जनऔषधि केन्द्रों की संख्या बढ़ाकर प्रचार-प्रसार करने, चिकित्सालयों में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की क्रियाशीलता की नियमित जांच करने, स्वच्छता का विशेष ध्यान रखने और हर दिन अलग-अलग रंग की बैडशीट बिछाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने जांच व्यवस्था सुचारू रखने के लिए जांच मशीनों का समय-समय पर मेंटिनेंस कराने के निर्देश दिए।

    खुलेंगे नशा मुक्ति परामर्श केन्द्र, नशे की दवाइयां बेची तो लाइसेंस होगा रद्द

    श्री शर्मा ने कहा कि युवा पीढ़ी को नशे की लत से बचाना हमारी जिम्मेदारी है। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को उन जिलों में नशा मुक्ति परामर्श केंद्र खोलने के निर्देश दिए, जहां ऐसे मामले अधिक सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशा मुक्ति के लिए चिकित्सा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, पुलिस विभाग और जिला प्रशासन विषय विशेषज्ञों के जरिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराए। साथ ही, उन्होंने नशीली दवाइयों की अवैध बिक्री पर प्रभावी अंकुश लगाने तथा ऐसे विक्रेताओं के लाइसेंस रद््द करने के निर्देश दिए। उन्होंने मनोरोगियों के उपचार के लिए विशेषज्ञों और सामाजिक संस्थाओं को जोड़ने के लिए कहा। जिला कलक्टर, एडीएम, एसडीएम करेंगे चिकित्सालयों की जांचश्री शर्मा ने मुख्य सचिव को निर्देश दिए कि जिला कलक्टर के जरिए जिला चिकित्सालयों का सप्ताह में एक बार निरीक्षण कराना सुनिश्चित करे। साथ ही, एडीएम, एसडीएम, सीएमएचओ, पीएमओ भी चिकित्सालयों में व्यवस्थाओं का निरीक्षण कर रिपोर्ट विभाग को प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय टीम गठित कर प्रदेश में औचक निरीक्षण कराएं। इसके लिए विभाग एक चैकलिस्ट भी तैयार करे।

    चिकित्सा शिक्षकों की होगी शीघ्र नियुक्ति

    श्री शर्मा ने कहा कि मेडिकल कॉलेजों के लिए चिकित्सा शिक्षकों और प्रधानाचार्यों की नियुक्ति शीघ्र की जाए। उन्होंने कहा कि विभिन्न कारणों से लम्बित भर्तियों को भी पारदर्शिता के साथ पूरा करें। उन्होंने कहा कि जल्द ही भर्ती प्रक्रियाओं को पूरा करने का प्रयास होगा। श्री शर्मा ने विभाग द्वारा मेडिकल कॉलेजों में ई-स्मार्ट कक्षाएं शुरू कराने की कार्ययोजना के लिए सराहना की। बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने 100 दिवसीय कार्ययोजना की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, वृद्धावस्था विशेषज्ञ इकाई, मानसिक स्वास्थ्य चिकित्सकों की स्थिति, प्रधानमंत्री राष्ट्रीय डायलिसिस कार्यक्रम, आयुष्मान भव के तहत आयुष्मान आरोग्य मंदिर, स्वास्थ्य केंद्रों के निर्माण, जनजातीय नागरिकों की सिकल सैल एनीमिया स्क्रीनिंग और काउंसलिंग, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम, गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम, आयुष्मान शहरी स्वास्थ्य कल्याण केंद्रों, पीएम भारतीय जन औषधि केंद्रों, खाद्य कारोबारियों को स्वच्छ एवं स्वस्थ खाद्य पदार्थ के निर्माण, भंडारण, परिवहन एवं विक्रय से सम्बंधित प्रशिक्षण देने, खाद्य अनुज्ञा पत्र रजिस्ट्रेशन, जांच मशीनों से संबंधित विस्तृत जानकारी दी।

  • राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान 2 फरवरी से जनता के लिए खुलेगा

    राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान 2 फरवरी से जनता के लिए खुलेगा

    उद्यान उत्सव-1, 2024 के तहत राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान 2 फरवरी से 31 मार्च, 2024 तक आम जनता के लिए खुला रहेगा। रखरखाव के लिए निर्धारित सोमवार के दिन को छोड़कर सप्ताह में शेष छह दिन जनता इस उद्यान को देखने जा सकती है।

    अमृत उद्यान निम्नलिखित दिनों में विशेष श्रेणियों के लिए खुला रहेगा:· 22 फरवरी – दिव्यांग व्यक्तियों के लिए· 23 फरवरी – रक्षा, अर्धसैनिक और पुलिस बलों के कर्मियों के लिए· 1 मार्च – महिलाओं और आदिवासी महिलाओं के स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के लिए· 5 मार्च – अनाथालयों के बच्चों के लिए आगंतुकों को 1000 बजे से 1600 बजे के बीच छह घंटे के निर्धारित समय में भ्रमण की अनुमति होगी। दो पूर्वाह्न स्लॉट (1000 बजे से 1200 बजे) की क्षमता सप्ताह के दिनों में 7,500 आगंतुकों और सप्ताहांत पर प्रत्येक स्लॉट में 10,000 आगंतुकों की होगी। दोपहर के चार स्लॉट (12:00 बजे से 16:00 बजे) की क्षमता सप्ताह के दिनों में प्रत्येक स्लॉट में 5,000 आगंतुकों और सप्ताहांत पर 7,500 आगंतुकों की होगी।

    इसके लिए https://visit.rashtrapatibhavan.gov.in/visit/amrit-udyan/rE पर बुकिंग की जा सकती है।

    वॉक-इन आगंतुकों को सुविधा काउंटरों के साथ-साथ राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 12 के पास स्वयं सेवा केंद्र पर अपना पंजीकरण कराना होगा। सभी आगंतुकों के लिए प्रवेश और निकास राष्ट्रपति संपदा के गेट नंबर 35 से होगा, जहां नॉर्थ एवेन्यू राष्ट्रपति भवन से मिलता है। आगंतुकों की सुविधा हेतु केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन से गेट नंबर 35 तक शटल बस सेवा सुबह 9.30 बजे से शाम 5.00 बजे के बीच हर 30 मिनट के अंतराल पर उपलब्ध रहेगी।

    भ्रमण के दौरान, आगंतुक बोनसाई उद्यान, संगीतमय फव्वारा, सेंट्रल लॉन, लॉन्ग गार्डन और सर्कुलर गार्डन से गुजरेंगे। निकास स्थान पर उनके लिए फूड कोर्ट होंगे। आगंतुक मोबाइल फोन, इलेक्ट्रॉनिक चाबियां, पर्स/हैंडबैग, पानी की बोतलें और शिशुओं के लिए दूध की बोतलें ले जा सकते हैं। सार्वजनिक मार्ग पर विभिन्न स्थानों पर पेयजल, शौचालय और प्राथमिक चिकित्सा/चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान किया जाएगा।

  • प्रधानमंत्री ने डूंगरपुर की महिला लाभार्थी से किया संवाद – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से जुड़े

    प्रधानमंत्री ने डूंगरपुर की महिला लाभार्थी से किया संवाद – मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा कार्यक्रम में वीसी के माध्यम से जुड़े

    जयपुर, 18 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा गुरूवार को मुख्यमंत्री कार्यालय से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा के लाभार्थी संवाद में वीसी के माध्यम से शामिल हुए। इस दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने डूंगरपुर जिले से जुड़ी महिला लाभार्थी से संवाद कर उन्हें प्रोत्साहित किया।

    प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारत बहुत तेजी से बदल रहा है। नए भारत के निर्माण का संकल्प चारों तरफ दिखाई दे रहा है। विकसित भारत संकल्प यात्रा का विकास रथ, विश्वास रथ है। उन्होंने कहा कि जिन गांवों में यात्रा नहीं पहुंची है, वहां बेसब्री से इंतज़ार हो रहा है। लोगों की मांग को देखते हुए यात्रा 26 जनवरी से आगे फरवरी महीने में भी चलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस यात्रा ने अब जन आंदोलन का रूप ले लिया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि हर परिवार को पक्का घर, गैस कनेक्शन, पानी, बिजली, शौचालय जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाने का कार्य किया जा रहा है। कोई भी पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहे। हमारा प्रयास है कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी लाभ सुनिश्चित हो।

    डूंगरपुर की ममता ने कहा योजनाओं से जीवन में आया बड़ा बदलाव

    प्रधानमंत्री श्री मोदी ने सागवाड़ा पंचायत समिति की वरसिंगपुर ग्राम पंचायत से पाल माविता गांव की लाभार्थी श्रीमती ममता से संवाद किया। श्रीमती ममता ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को बताया कि केंद्र सरकार की योजनाओं से उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया है। ममता बीए पास है तथा उन्हें पीएम आवास योजना, शौचालय, पीएम उज्जवला, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, पीएम सुरक्षा बीमा योजना, पीएम जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, एनआरएलएम-राजीविका, पीएम श्रम योगी मानधन योजना, आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं का लाभ मिला है। श्रीमती ममता राजीविका समूह से जुड़ी है। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से ऋण लेकर सब्जी की खेती की, बोरिंग खुदवाया, पति को डेयरी बूथ खुलवाया। उन्होंने कहा कि वे श्री मोदी के महिलाओं के उत्थान के विजन की प्रशंसक है। श्री मोदी ने कहा कि आप जैसी महिलाओं की मदद से 2 करोड़ लखपति दीदी बनाने का संकल्प जल्द साकार होगा। उन्होंने डूंगरपुर जिले में स्वयं सहायता समूह की महिलाओं की टेक्नो फ्रेंडली एप्रोच की सराहना की। इस दौरान मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत, सचिव पंचायतीराज श्री रवि जैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

  • राम मंदिर में राम मूर्ति का प्रवेश हुआ

    राम मंदिर में राम मूर्ति का प्रवेश हुआ

    अयोध्या में जन्म भूमि स्थित राम- मन्दिर में आज 18 जनवरी 2024 को दिन में 12:30 बजे के बाद राममूर्ति का प्रवेश हुआ। दोपहर 1:20 बजे यजमान द्वारा प्रधानसंकल्प होने पर वेदमन्त्रों की ध्वनि से वातावरण मंगलमय हुआ। मूर्ति के जलाधिवास तक के कार्य गुरुवार को संपन्न हुए।

    अब कल दिनांक 19 जनवरी शुक्रवार को प्रातः 9 बजे अरणिमन्थन से अग्नि प्रकट होगी। उसके पूर्व गणपति आदि स्थापित देवताओं का पूजन, द्वारपालों द्वारा सभी शाखाओं का वेदपारायण, देवप्रबोधन, औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, कुण्डपूजन, पञ्चभूसंस्कार होगा। अरणिमन्थन द्वारा प्रगट हुई अग्नि की कुण्ड में स्थापना, ग्रहस्थापन, असंख्यात रुद्रपीठस्थापन, प्रधानदेवतास्थापन, राजाराम – भद्र – श्रीरामयन्त्र – बीठदेवता – अङ्गदेवता – आवरणदेवता – महापूजा, वारुणमण्डल, योगिनीमण्डलस्थापन, क्षेत्रपालमण्डलस्थापन, ग्रहहोम, स्थाप्यदेवहोम, प्रासाद वास्तुश्शान्ति, धान्याधिवास सायंकालिक पूजन एवं आरती होगी।

  • प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र अनावंटित कोटे से करे 1000 मेगावाट विद्युत का अस्थाई आवंटन

    प्रदेश में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र अनावंटित कोटे से करे 1000 मेगावाट विद्युत का अस्थाई आवंटन

    जयपुर, 17 जनवरी। राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को नई दिल्ली के श्रम शक्ति भवन में केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री श्री आर.के. सिंह से मुलाकात की। इस दौरान प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री हीरालाल नागर भी मौजूद रहे।

    मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री का ध्यान प्रदेश में रबी सीजन के चलते बिजली की बढ़ी हुई मांग की ओर आकृष्ट किया। उन्होंने कहा कि राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम (आरवीयूएन) को आवंटित परसा ईस्ट-कांता बेसिन कैप्टिव कोल माइन्स से खनन प्रक्रिया प्रारंभ नहीं हो पाने के कारण प्रदेश को कोयले की आपूर्ति प्रभावित हो रही है। इससे आरवीयूएन की लगभग 4 हजार 340 मेगावाट क्षमता की इकाइयों में विद्युत उत्पादन पर प्रतिकूल असर पड़ सकता है। मुख्यमंत्री एवं ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश के बिजली उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली आपूर्ति तथा किसानों को 6 घंटे प्रतिदिन आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र की कोयला आधारित विद्युत इकाइयों के अनावंटित कोटे से प्रदेश को 1 हजार मेगावाट बिजली का अस्थायी आवंटन करने का आग्रह किया।

    केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ने मुख्यमंत्री को आश्वस्त किया कि राजस्थान में किसानों और उपभोक्ताओं की विद्युत आपूर्ति की दिक्कतों को ध्यान में रखते हुए केन्द्र सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि रबी के सीजन में फसलों की सिंचाई हेतु विद्युत की मांग अधिक रहती है तथा वर्तमान में लगभग प्रतिदिन 3250 लाख यूनिट से अधिक की खपत दर्ज हो चुकी है। इसलिए इस बढ़ी हुई विद्युत की मांग को पूरा करने के लिए केन्द्रीय स्तर से सरकार के लिए अतिरिक्त विद्युत आपूर्ति करना आवश्यक है।

    बैठक के दौरान केन्द्रीय ऊर्जा मंत्रालय के सचिव श्री पंकज अग्रवाल, ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव श्री आलोक गुप्ता, ऊर्जा विकास निगम के एमडी श्री एम.एम.रिणवा भी मौजूद रहे।

  • एयर इंडिया एक्सप्रेस आज से सप्ताह में तीन दिन अयोध्या को बंगलुरू और कोलकाता से जोड़ने वाली विमान सेवा देगी

    एयर इंडिया एक्सप्रेस आज से सप्ताह में तीन दिन अयोध्या को बंगलुरू और कोलकाता से जोड़ने वाली विमान सेवा देगी

    केन्द्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया ने आज अयोध्या को बंगलुरू और कोलकाता से जोड़ने वाली पहली उड़ान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह ऐतिहासिक क्षण था। समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय नागर विमानन तथा सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह भी उपस्थित थे और इन महत्वपूर्ण हवाई मार्गों की शुरुआत के साक्षी बने।

    इस अवसर पर केन्द्रीय नागर विमानन और इस्पात मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि अयोध्या नगरी अहमदाबाद, दिल्ली और अब कोलकाता और बंगलुरू से भी जुड़ गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हमने यह सुनिश्चित किया है कि अयोध्या में ‘महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे’ के शुभारंभ के 17 दिनों के भीतर, अयोध्या नगरी देश के चारों कोनों से जुड़ जाए। उन्होंने कहा कि कनेक्टिविटी पूरे देश के भक्तों को अयोध्या में नवनिर्मित भव्य राम मंदिर के दर्शन में सहायक होगी।

    नागर विमानन मंत्री श्री सिंधिया ने उत्तर प्रदेश में विमानन अवसंरचना के बारे में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तेजी से हवाई अड्डों के विकास में दिया गया सहयोग सराहनीय है। उन्होंने यह घोषणा भी की कि उत्तर प्रदेश में इस वर्ष कुल 16 हवाई अड्डे होंगे और यह संख्या 2025 तक 19 हवाई अड्डों तक पहुंच जाएगी।

    इस अवसर पर केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री, जनरल (सेवानिवृत्त) वी.के. सिंह ने इस उड़ान सेवा को शुरू करने के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस को धन्यवाद दिया तथा उत्तर प्रदेश राज्य सरकार को निरंतर समर्थन के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि इस उड़ान मार्ग का शुभारंभ हवाई संपर्क के विस्तार और क्षेत्रों में पहुंच को बढ़ावा देने की प्रतिबद्धता का प्रतीक है और यह पहल न केवल पर्यटन को बढ़ावा देगी, बल्कि जुड़े शहरों के आर्थिक विकास में भी योगदान देगी।

  • अगरतला-आनंद विहार तेजस राजधानी एक्सप्रेस अब मालदा शहर में रुकेगी, बहुप्रतीक्षित मांग पूरी

    अगरतला-आनंद विहार तेजस राजधानी एक्सप्रेस अब मालदा शहर में रुकेगी, बहुप्रतीक्षित मांग पूरी

    अगरतला-आनंद विहार तेजस राजधानी एक्सप्रेस अब मालदा शहर में रुकेगी, इसके साथ ही मालदा निवासियों की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हुई है। मालदा टाउन स्टेशन पर 20501 अगरतला-आनंद विहार तेजस राजधानी एक्सप्रेस का बहुप्रतीक्षित ठहराव पश्चिम बंगाल में रेलवे के विकास में एक महत्वपूर्ण कदम है।20501/20502 अगरतला-आनंद विहार (टी) तेजस राजधानी साप्ताहिक एक्सप्रेस अब मालदा टाउन-भागलपुर-जमालपुर होते हुए मालदा टाउन-भागलपुर-जमालपुर के रास्ते चलेगी। अगरतला से 15.1.2024 से प्रस्थान करने वाली और 17.1.2024 से आनंद विहार (टी) से प्रस्थान करने वाली रेलगाड़ी का ठहराव मालदा स्‍टेशन पर भी होगा।

    अगरतला-आनंद विहार तेजस राजधानी एक्सप्रेस के मालदा टाउन के रास्ते चलने के पहले दिन मालदा टाउन स्टेशन से सांसद श्री खगेन मुर्मु, विधान सभा सदस्य (विधायक) श्रीमती श्रीरूपा मित्रा चौधरी और विधायक श्री गोपाल चंद्र साहा ने रेलगाड़ी को झंडी दिखाकर रवाना किया।मालदा टाउन-भागलपुर के नए रास्‍ते चलने राजधानी एक्सप्रेस से न केवल कनेक्टिविटी में सुधार हुआ है, बल्कि दोनों दिशाओं में मालदा टाउन, भागलपुर, जमालपुर और पटना जैसे महत्वपूर्ण स्टेशनों पर वाणिज्यिक ठहराव भी बढ़ेगी।

    ये रेलगाड़ी 15.01.2024 को अगरतला से 15:10 बजे रवाना होकर 16.01.2024 को 15:00 बजे मालदा टाउन स्टेशन पहुंची। यह रेलगाड़ी साप्ताहिक रूप से चलेगी और बुधवार को सुबह 10:50 बजे आनंद विहार पहुंचेगी। 20502 आनंद विहार-अगरतला तेजस राजधानी एक्सप्रेस प्रत्येक बुधवार को आनंद विहार टर्मिनल से 19:50 बजे प्रस्थान करेगी और शुक्रवार को 15:40 बजे अगरतला पहुंचेगी। यह रेलगाड़ी रास्ते में अंबासा, धर्मनगर, न्यू करीमगंज, बदरपुर, होजई, गुवाहाटी, रंगिया, बारपेटा रोड, न्यू जलपाईगुड़ी, मालदा टाउन, भागलपुर, जमालपुर, पटना, पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन और कानपुर सेंट्रल स्टेशनों पर रुकेगी। मालदा टाउन के निवासियों के लिए सुविधा प्रदान करने के अरिक्‍त, नए ठहराव से भागलपुर और जमालपुर के लोगों को भी लाभ होगा। रेलगाड़ी की सारणी में प्रमुख स्टेशनों पर ठहराव शामिल है, जिससे यात्रियों के लिए बेहतर पहुंच और कनेक्टिविटी संभव होती है।

    अत्याधुनिक एलएचबी रेक से लैस तेजस राजधानी एक्सप्रेस में प्रथम वातानुकूलित, द्वितीय वातानुकूलित और तृतीय वातानुकूलित कोच की सुविधा है, इसमें कुल क्षमता 972 सीट हैं। मालदा टाउन के यात्री अब निर्धारित दिवस में इस सेवा का लाभ उठा सकते हैं। इससे उनके यात्रा विकल्पों में एक नया आयाम जुड़ गया है। यह कदम क्षेत्रीय कनेक्टिविटी सुदृढ़ करने और यात्रियों को सुविधा उपलब्‍ध कराने की दिशा में रेलवे की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

  • सदन में सार्थक चर्चाओं से जनहित में आएंगे बेहतर परिणाम, लोकतंत्र भारत की जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा: प्रबोधन कार्यक्रम का समापन सत्र में लोकसभा अध्यक्ष

    सदन में सार्थक चर्चाओं से जनहित में आएंगे बेहतर परिणाम, लोकतंत्र भारत की जीवनशैली का अभिन्न हिस्सा: प्रबोधन कार्यक्रम का समापन सत्र में लोकसभा अध्यक्ष

    जयपुर, 16 जनवरी। लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने कहा कि सदनों में सार्थक चर्चाएं होने से ही जनता के हित में बेहतर परिणाम आएंगे। उन्होंने कहा कि यह हम सबकी जिम्मेदारी है कि जन आकांक्षाओं पर खरा उतरें और जनकल्याण का दायित्व निभाएं। पक्ष-विपक्ष मिलकर जनता के हित में कार्य करेंगे तो ही राज्य को विकास के पथ पर अग्रसर कर पाएंगे। लोकसभा अध्यक्ष मंगलवार को राजस्थान विधानसभा में नवनिर्वाचित विधायकों के लिए आयोजित प्रबोधन कार्यक्रम के समापन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने सत्र की अध्यक्षता की जबकि मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।

    लोकसभा अध्यक्ष ने नवनिर्वाचित विधायकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनता ने इस विश्वास के साथ आपको चुनकर भेजा है कि आप अपने संवैधानिक दायित्वों का भली प्रकार से निर्वहन करेंगे। विधायक जितना अधिक समय सदन में देंगे, वे उतनी ही अधिक तार्किकता से अपनी बात रख पाएंगे। उन्होंने कहा कि राजस्थान विधानसभा की गौरवशाली परम्पराएं और परिपाटियां रहीं हैं। यह देश के अन्य विधान मंडलों के लिए भी मार्गदर्शक की भूमिका निभाती रही है। उन्होंने कहा कि यह साबित हो चुका है कि लोकतंत्र ही शासन की सर्वश्रेष्ठ पद्धति है और यह भारत की जीवनशैली का हिस्सा रही है। लोकतंत्र की कार्यशैली हमारे विचारों और कार्यों में भी झलकती है। हमारी लोकतांत्रिक प्रक्रियाएं पूरी दुनिया के लिए मिसाल है।

    श्री बिरला ने कहा कि विधायक केवल अपने क्षेत्र के मुद्दों और समस्याओं तक ही सीमित नहीं रहें बल्कि उन्हें राज्य के प्रमुख मुद्दों पर व्यापक रूप से चर्चा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को प्रतिपक्ष के मुद्दों पर भी गंभीरता से विचार करना चाहिए। श्री बिरला ने सदन में गतिरोध को अनुचित बताते हुए कहा कि सार्थक चर्चाओं से ही सरकार के कामकाज में जवाबदेही और पारदर्शिता आ पाएगी। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि विधायकों द्वारा अपने क्षेत्रों में किये गए नवाचारों पर भी सदन में चर्चा होनी चाहिए। इससे एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम नई तकनीकों को अपनाएं। हम जितना अधिक तकनीक का उपयोग करेंगे उतना ही बेहतर संवाद कर पाएंगे।

    श्री बिरला ने कहा कि विधानसभा में प्रश्न लगाने की प्रक्रिया ऑनलाइन तथा विधानसभा पेपरलेस होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विधान मंडल का प्रमुख कार्य कानून बनाना है। कानून और नियम बनते समय सदस्यों को विशेष रूप से ध्यान देकर व्यापक चर्चा करनी चाहिए। कानून पर जितनी अधिक चर्चा होगी, वह उतना ही कल्याणकारी और प्रभावी बनेगा।

    विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि सोलहवीं विधानसभा में प्रथम बार निर्वाचित सदस्यों के लिए प्रबोधन कार्यक्रम अधिक महत्वपूर्ण है। उन्हें इससे लोकहित के मुद्दे उठाने, विधेयक पारित कराने तथा अन्य प्रक्रियाओं की जानकारी मिलेगी। विभिन्न सत्रों में विषय विशेषज्ञों द्वारा दी गई जानकारी से संसदीय कार्यप्रणाली के बारे में उनकी समझ बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि सदन में मर्यादित आचरण और सदन का समय बहुत महत्वपूर्ण है। सदन की कार्यवाही सुचारू रुप से चलाना पक्ष और विपक्ष की सामूहिक जिम्मेदारी है। श्री देवनानी ने कहा कि सदन में जनता की समस्याएं उठाने के लिए आपको पूरा समय मिलेगा, लेकिन सदन की कुछ मर्यादाएं भी हैं जिनका आपको पालन करना होगा।श्री देवनानी ने कहा कि विधानसभा में 21 समितियां गठित होती हैं, जिनका सदस्य और सभापति बनने का अवसर विधायकों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि ये समितियां शक्तिशाली होती हैं, इन्हें और अधिक प्रभावी बनाना आप पर निर्भर है। उन्होंने विधायकों से इन समितियों में सक्रिय रूप से भूमिका निभाने का आह्वान किया।

    मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि विभिन्न सत्रों में हुई सार्थक चर्चा में संसदीय प्रक्रियाओं, विधियों, कार्य संचालन नियमों और समितियों के कार्यों की जानकारी से हमें प्रदेश के विकास के लिए दिशा मिली है। कार्यक्रम में वरिष्ठ विशेषज्ञों द्वारा साझा किए अनुभवों से हमें सदन के बहुमूल्य समय का सर्वोत्तम उपयोग करने में मदद मिलेगी। श्री शर्मा ने उपराष्ट्रपति के उद्बोधन का उल्लेख करते हुए कहा कि सदन को चलाने की जिम्मेदारी पक्ष और विपक्ष दोनों की होती है। इसलिए हमारा आचरण अनुकरणीय और आदर्श होना चाहिए। हमें भारत की संविधान सभा से प्रेरणा लेनी चाहिए। श्री शर्मा ने सदन के सदस्यों की तरफ से उपराष्ट्रपति को विश्वास दिलाया कि सदन उनकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि विधानसभा की कार्यप्रणाली में पारंगत होने के लिए निरंतर सीखते रहना चाहिए। जनप्रतिनिधि के रूप में हमें जनहित के मुद्दों को नियमों के तहत उठाना चाहिए।

    संसदीय कार्य मंत्री श्री जोगाराम पटेल ने कार्यक्रम में सभी का आभार व्यक्त किया। विधानसभा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री ने पौधा भेंट कर लोकसभा अध्यक्ष का स्वागत किया। विधानसभा अध्यक्ष श्री देवनानी ने लोकसभा अध्यक्ष एवं संसदीय कार्य मंत्री ने मुख्यमंत्री को स्मृति चिह्न भेंट किया। कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्रीगण, मंत्रीगण, विधायकगण तथा संसदीय नियम एवं प्रक्रियाओं के विशेषज्ञ उपस्थित रहे।

  • उपराष्ट्रपति 16 जनवरी, 2024 को राजस्थान के जयपुर, करौली और धौलपुर का दौरा करेंगे

    उपराष्ट्रपति 16 जनवरी, 2024 को राजस्थान के जयपुर, करौली और धौलपुर का दौरा करेंगे

    उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ 16 जनवरी, 2023 को राजस्थान के जयपुर, करौली और धौलपुर का दौरा करेंगे। वो आज जयपुर पहुंचे जहा मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने उनका स्वागत किया। अपने एक दिवसीय दौरे के दौरान श्री धनखड़ 16 वीं राजस्थान विधानसभा के नवनिर्वाचित सदस्यों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे।अपनी यात्रा के दौरान, उपराष्ट्रपति श्री महावीरजी मंदिर, हिंडौन सिटी करौली, राजस्थान जाएंगे। उपराष्ट्रपति राजस्थान के धौलपुर स्थित धौलपुर मिलिट्री स्कूल का भी दौरा करेंगे।

  • जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में रामनगर से रामवेल तक महत्वपूर्ण सड़क परियोजना का शिलान्यास

    जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में रामनगर से रामवेल तक महत्वपूर्ण सड़क परियोजना का शिलान्यास

    केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी; पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत, पेंशन, परमाणु ऊर्जा और अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने आज उधमपुर जिले में रामनगर से रामवेल तक सड़क परियोजना की आधारशिला रखी।

    2.96 करोड़ रुपये की लागत वाली महत्वपूर्ण कनेक्टिविटी परियोजना लंबे समय से मुकदमेबाजी में फंसी हुई थी। लेकिन मंत्री के प्रयासों से ये सुलझ गया और सड़क का शिलान्यास हुआ। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में पहाड़ी जिले उधमपुर के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सड़क संपर्क सुनिश्चित किया गया है। पीएमजीएसवाई तत्कालीन प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी के तहत शुरू हुई थी, लेकिन अगले 15 वर्षों में 2014 तक, देश में निर्मित पीएमजीएसवाई सड़कों की कुल लंबाई लगभग 3.7 लाख किलोमीटर थी, जबकि पिछले साढ़े नौ वर्षों में प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में कुल लंबाई दोगुनी होकर 8 लाख किलोमीटर से अधिक हो गई है। उधमपुर देश के सभी जिलों में पहली तीन शीर्ष पीएमजीएसवाई सड़क परियोजनाओं में शामिल हो गया है।

    मंत्री ने अफसोस जताया कि इस क्षेत्र को पिछली सरकारों से उस तरह का ध्यान नहीं मिला, जिसका यह हकदार था। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने प्रतिबद्धता जताई थी कि उनकी सरकार सभी क्षेत्रों का समान रूप से विकास करेगी और इसे विकसित क्षेत्रों के बराबर लाएगी। डॉ. सिंह ने कहा कि श्री मोदी के संरक्षण में सरकार दूरदराज के इलाकों में उन सभी सुविधाओं को उन्नत करने में सफल रही है जिनकी लोगों ने पहले कभी कल्पना भी नहीं की थी।

    डॉ. जितेंद्र सिंह का निर्वाचन क्षेत्र एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जिसे दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें, तीन केंद्र-वित्त पोषित मेडिकल कॉलेज और अन्य केंद्र-वित्त पोषित कई परियोजनाएं मिलीं, जिनमें देविका नदी पुनर्जीवन परियोजना, कटरा-दिल्ली एक्सप्रेस रोड कॉरिडोर, बायोटेक पार्क और राष्ट्रीय स्तर की शाहपुर कंडी सिंचाई परियोजना, उत्तर भारत का पहला औद्योगिक क्षेत्र शामिल है।

  • मुख्यमंत्री भजनलाल का भीलवाड़ा दौरा- आमजन एवं सरकार के सम्मिलित प्रयासों से ही पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन संभव

    मुख्यमंत्री भजनलाल का भीलवाड़ा दौरा- आमजन एवं सरकार के सम्मिलित प्रयासों से ही पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्द्धन संभव

    जयपुर, 14 जनवरी। मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने वृक्षों को बचाने के लिए अपना जीवन बलिदान करने वाली अमृता देवी को नमन करतेे हुए कहा कि खेजड़ली गांव में अमृता देवी विश्नोई सहित 363 लोगों द्वारा वृक्षों को बचाने के लिए दी गई प्राणों की आहूति पर्यावरण संरक्षण का सबसे बड़ा उदाहरण है। प्रकृति प्रेम की इससे अनूठी मिसाल संसार में कहीं नहीं मिलती है। हम सब के लिए यह गर्व का विषय है कि वे राजस्थान की धरती से थीं। मुख्यमंत्री रविवार को भीलवाड़ा में हरित संगम पर्यावरण मेले में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि अमृतादेवी पर्यावरण नागरिक संस्थान लाखों पौधें लगाकर पर्यावरण संरक्षण के लिए निरंतर काम कर रहा है। पर्यावरण संरक्षण की महत्ती आवश्यकता को देखते हुए हरित संगम जैसे आयोजन बहुत जरूरी हैं। ऐसे संगमों से पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलती है। वृक्षों के महत्व को समझते हुए हमें ज्यादा से ज्यादा पौधें लगाने चाहिए।

    हमारी प्रकृति ही हमारी संस्कृति- श्री शर्मा ने कहा कि हमारी प्रकृति ही हमारी संस्कृति है। हम वृक्षों, नदियों, पहाड़ों की पूजा करते हैं। वैदिक काल से ही हमारे यहां पर्यावरण और खास तौर पर वृक्षों के संरक्षण को विशेष महत्व दिया गया है। ऋषि मुनियों ने वृक्षों के नीचे बैठकर ही चिंतन मनन किया। वनों में बनें गुरूकुलों ने देश को महान शासक, राजगुरू, सेनापति और विद्वान दिए। उन्होंने कहा कि वृक्षों का संरक्षण और संवर्द्धन परोपकार का कार्य है। वनांे में हजारों प्रजातियों के जीव-जन्तु प्रकृति प्रदत्त व्यवस्था के अनुसार जीवन-यापन करते हैं। इससे हमें प्रकृति और प्राणियों के बीच संतुलन का महत्व पता चलता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में प्राकृतिक संसाधन सीमित हैं। जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणामों से हम प्रभावित हैं। राज्य सरकार पर्यावरण संरक्षण हेतु प्रतिबद्ध है और इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। हमारे और आपके सम्मिलित प्रयासों से ही स्थिति में आमूल-चूल परिवर्तन हो सकता है।

    पर्यावरण संरक्षण भावी पीढ़ियों के लिए हमारा दायित्व

    मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण भावी पीढ़ियों के लिए हमारा दायित्व भी है। कुछ आसान से कदम उठाकर हम पर्यावरण को संरक्षित कर सकते हैं। हमें घर में तथा आस-पास अधिक से अधिक पौधें लगाकर अन्य लोगों को भी इस दिशा में प्रेरित करना चाहिए। वृक्ष संरक्षण, सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग बंद करने, पानी की बर्बादी रोकने और बच्चों को पर्यावरण के बारे में जागरूक करने जैसे कदमों से भावी पीढ़ी को हम एक सुरक्षित एवं सुनहरा कल दे सकते हैं। मैं आशान्वित हूं कि हरित संगम 2024 का संदेश जन-जन तक पहुंचेगा और लोगों में पर्यावरण संरक्षण को लेकर जागृति पैदा होगी।

    इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित जनसमूह को मकर संक्रांति पर्व की शुभकामनाएं दी। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण पर आधारित चित्र प्रदर्शनी ‘भीलवाड़ा फ्लॉवर शो’ का अवलोकन भी किया। साथ ही, मेले में लगी स्टॉल्स का अवलोकन किया। इस दौरान श्री शर्मा ने पर्यावरण संगोष्ठी में भी भाग लिया। उन्होंने वीर बाल पुरस्कार भी प्रदान किए। इस अवसर पर अमृतादेवी पर्यावरण नागरिक संस्थान के श्री त्रिलोक चन्द छाबड़ा सहित संस्थान के विभिन्न पदाधिकारी, पर्यावरणविद्, पर्यावरण संरक्षक एवं बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।