Category: समाचार News

देशभर की प्रमुख घटनाओं, नीतियों और बदलावों से जुड़ी ताज़ा व विश्वसनीय राष्ट्रीय समाचारों की प्रस्तुति।

  • 24 से 36 घंटे में पाकिस्तान पर हमला कर सकता हैं भारत

    24 से 36 घंटे में पाकिस्तान पर हमला कर सकता हैं भारत

    भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बीच पाकिस्तान के सूचना मंत्री अत्ताउल्लाह तारड़ ने सोमवार को दावा किया कि उनके पास “ठोस और विश्वसनीय खुफिया जानकारी” है कि भारत अगले 24 से 36 घंटों के भीतर पाकिस्तान पर सैन्य कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि भारत यह हमला 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बहाने कर सकता है।

    टारड़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए लिखा, “पाकिस्तान को विश्वसनीय खुफिया सूचना मिली है कि भारत निराधार और झूठे आरोपों के आधार पर पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है।”

    इससे पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान को “दुष्ट राष्ट्र (rogue state)” करार दिया था और उसके रक्षा मंत्री के बयानों को “चौंकाने वाला नहीं” बताया था। भारत का आरोप है कि 22 अप्रैल के पहलगाम हमले, जिसमें 26 हिंदू तीर्थयात्रियों की जान गई थी, में पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों का हाथ है।

    पाकिस्तान के इस नए बयान ने दोनों देशों के बीच पहले से ही गर्म माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया है। भारत की ओर से अभी इस दावे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

    पृष्ठभूमि में क्या चल रहा है?

    • भारत ने हाल ही में पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को निलंबित किया है।
    • वाघा-अटारी सीमा को बंद कर दिया गया है।
    • कश्मीर में सुरक्षा बढ़ा दी गई है, और कई पर्यटक स्थलों को बंद कर दिया गया है।
    • पाकिस्तान ने भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया है और भारतीय नागरिकों को वीज़ा जारी करना भी रोक दिया है।

    अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
    संयुक्त राष्ट्र और अमेरिका समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों देशों से संयम बरतने और बातचीत से समाधान निकालने की अपील की है।

    क्या होगा आगे?
    अगले 24 से 36 घंटे बेहद संवेदनशील हो सकते हैं। यदि पाकिस्तान का दावा सच होता है, तो दक्षिण एशिया एक बार फिर सैन्य टकराव की कगार पर खड़ा है। लेकिन भारत की चुप्पी और रणनीति क्या होगी, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।

  • खालिस्तान की माँग करने वाले और भारत के खिलाफ विद्रोही सोच रखने वाले जगमीत सिंह की करारी हार: पार्टी का दर्जा तक नहीं बचा

    खालिस्तान की माँग करने वाले और भारत के खिलाफ विद्रोही सोच रखने वाले जगमीत सिंह की करारी हार: पार्टी का दर्जा तक नहीं बचा

    ओटावा – कनाडा में खालिस्तान की माँग को हवा देने वाले और भारत के खिलाफ लगातार ज़हर उगलने वाले जगमीत सिंह को जनता ने चुनाव में पूरी तरह नकार दिया है। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के प्रमुख के तौर पर लड़ रहे सिंह ब्रिटिश कोलंबिया की बर्नाबी सेंट्रल सीट से तीसरे नंबर पर रहे और अपनी सीट तक गंवा बैठे। इतना ही नहीं, उनकी पार्टी देश की संसद में 12 सीटों का न्यूनतम आंकड़ा भी नहीं छू पाई, जिससे NDP का आधिकारिक दर्जा भी खत्म हो गया।

    जगमीत सिंह ने सोशल मीडिया पर इस्तीफे की घोषणा करते हुए कहा:

    “यह मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान था… मैं निराश हूं कि हम ज्यादा सीटें नहीं जीत सके, लेकिन हमारी मूवमेंट से नहीं।”

    भारत विरोध की कीमत चुकानी पड़ी

    सिंह का खालिस्तान आंदोलन का खुला समर्थन और भारत विरोधी बयानों ने पहले से ही उन्हें आलोचना के घेरे में डाल दिया था। अब जनता ने भी इस विद्रोही मानसिकता को पूरी तरह नकार दिया है। उनकी हार को कनाडा के आम नागरिकों का खालिस्तानी एजेंडे के खिलाफ साफ संदेश माना जा रहा है।

    NDP का राजनीतिक वजूद खतरे में

    पहले से कमजोर हो चुकी NDP इस चुनाव के बाद राजनीतिक रूप से अप्रासंगिक होती नजर आ रही है। जगमीत के नेतृत्व में पार्टी धार्मिक कट्टरता और विभाजनकारी राजनीति में उलझ कर आम जनता के मुद्दों से भटक गई, जिसका नतीजा अब सामने है।

  • ओम बिरला ने दी चेतावनी: “जनसमस्याओं के समाधान में कोताही न बरतें, ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करें”

    ओम बिरला ने दी चेतावनी: “जनसमस्याओं के समाधान में कोताही न बरतें, ठेकेदारों को ब्लैकलिस्ट करें”

    लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने सोमवार को कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम में आमजन को निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि जनसमस्याओं के समाधान में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और प्रोजेक्ट्स को लटकाने वाले ठेकेदारों को चेतावनी देकर सुधार न होने की स्थिति में ब्लैकलिस्ट किया जाए।

    परियोजनाओं की प्रगति पर नाराजगी
    बैठक में नवनेरा, परवन-अकावद, बोराबास-मंडाना और रामगंजमंडी जलापूर्ति परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा हुई। देरी की शिकायतों पर श्री बिरला ने कहा कि अधूरे कामों को समर कंटीजेंसी योजना के तहत प्राथमिकता से पूरा किया जाए और अधिक संकटग्रस्त क्षेत्रों के लिए नए प्रस्ताव तैयार किए जाएं।

    50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनें
    लोकसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा कि भविष्य की पेयजल परियोजनाएं बनाते समय अगले 50 वर्षों की संभावित जनसंख्या और जल जरूरतों को ध्यान में रखें। साथ ही, उन्होंने सड़क मरम्मत में हो रही लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पाइपलाइन और सीवरेज कार्यों को समय से पहले पूरा किया जाए ताकि बार-बार सड़कें न तोड़ी जाएं।

    मीडिया रिपोर्ट्स पर त्वरित संज्ञान और कार्रवाई के निर्देश
    श्री बिरला ने मीडिया में प्रकाशित पेयजल आपूर्ति संबंधी खबरों पर गंभीरता से संज्ञान लेने और की गई कार्रवाई की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्रवाई से अवगत कराया जाए।

    फील्ड मॉनिटरिंग और अवैध कनेक्शनों पर सख्ती
    पीएचईडी मंत्री श्री कन्हैयालाल चौधरी ने निर्देश दिए कि अवैध जल कनेक्शनों को पुलिस की सहायता से हटाया जाए और गारडदा परियोजना में जल उपलब्धता को ध्यान में रखकर ही कनेक्शन स्वीकृत किए जाएं। साथ ही, मलबे का उचित निस्तारण और क्षेत्रीय स्तर पर जल आपूर्ति की समीक्षा के लिए फील्ड विजिट को बढ़ावा देने की बात भी कही।

    उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
    बैठक में ऊर्जा राज्य मंत्री श्री हीरालाल नागर, कोटा दक्षिण विधायक श्री संदीप शर्मा, जिला प्रमुख श्री मुकेश मेघवाल सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल रहे।

  • सामूहिक विवाह योजना का लाभ अब तीन लाख सालाना आय वालों को भी मिलेगा: योगी

    सामूहिक विवाह योजना का लाभ अब तीन लाख सालाना आय वालों को भी मिलेगा: योगी

    उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को बड़ा ऐलान करते हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना की आय सीमा को दो लाख से बढ़ाकर तीन लाख रुपये वार्षिक करने की घोषणा की। अब अधिक लोग इस योजना का लाभ ले सकेंगे। साथ ही मुख्यमंत्री ने वृद्धावस्था पेंशन योजना की कवरेज बढ़ाने के भी निर्देश दिए हैं।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत सभी धर्मों और वर्गों की आर्थिक रूप से कमजोर बेटियों की शादी के लिए सहायता राशि दी जाती है। उन्होंने यह भी कहा कि इसके लाभार्थियों को पात्रता के लिए अब तीन लाख रुपये तक की वार्षिक आय सीमा तक छूट दी जाएगी। योजना में अब तक 51 लाख से अधिक लाभार्थियों को सहायता दी जा चुकी है।

    वृद्धावस्था पेंशन पर विशेष ध्यानमुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि वृद्धावस्था पेंशन के लिए पात्रता में आधार सत्यापन को प्राथमिकता दी जाए, लेकिन यदि किसी के पास फेमिली आईडी है और उसकी आय 60 वर्ष से अधिक होने की पुष्टि होती है, तो उसे पेंशन देने में देरी न की जाए।

    उन्होंने अफसरों को निर्देश दिए कि पेंशन की पात्रता की पुष्टि समयबद्ध तरीके से सुनिश्चित की जाए और पात्र व्यक्तियों को योजना का तत्काल लाभ मिले।मुख्य बिंदु:सामूहिक विवाह योजना की वार्षिक आय सीमा 2 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रुपये की गई।अब अधिक लोग योजना के पात्र बनेंगे।

    वृद्धावस्था पेंशन योजना की कवरेज बढ़ाने के निर्देश।परिवार पहचान पत्र (फेमिली आईडी) से पात्रता की पुष्टि को प्राथमिकता देने पर जोर।

  • पहलगाम हमले के बाद भारत का ऑल-आउट एक्शन शुरू। कई आतंकियों की मौत, घर जलकर खाक।

    पहलगाम हमले के बाद भारत का ऑल-आउट एक्शन शुरू। कई आतंकियों की मौत, घर जलकर खाक।

    पहलगाम टूरिस्ट हमले के बाद भारत ने सुरक्षा रणनीति को हाई अलर्ट पर कर दिया है। छह आतंकियों के घरों को गिराने के बाद अब सैन्य तैयारी अपने चरम पर है। सुरक्षा बलों द्वारा कश्मीर के कई ज़िलों में तलाशी अभियान जारी है, और इसके समानांतर भारतीय सेनाएं ऑल-आउट मिलिट्री मूवमेंट शुरू कर चुकी हैं।

    भारतीय नौसेना का INS Vikrant विक्रांत एयरक्राफ्ट कैरियर पाकिस्तान की ओर अग्रसर है। इसके साथ ही थार रेगिस्तान में अर्जुन टैंकों की बड़ी युद्धाभ्यास गतिविधियाँ देखी गई हैं। भारतीय वायुसेना के राफेल, सुखोई और तेजस जैसे फाइटर जेट्स ने दिनभर सीमावर्ती इलाकों में गश्त की।

    विशेषज्ञों के अनुसार, यह “प्रेशर बिल्डिंग ऑपरेशन” है, जिससे न केवल पाकिस्तान को कूटनीतिक संदेश दिया जा रहा है, बल्कि संभावित घुसपैठ या युद्ध जैसी परिस्थितियों के लिए पूरी तैयारी भी की जा रही है।

    आतंकियों के ठिकानों पर ताबड़तोड़ एक्शन

    अब तक लश्कर और जैश से जुड़े 6 आतंकियों के घरों को गिराया जा चुका है — जिनमें आसिफ शेख, आदिल ठोकर, हारिस अहमद (लश्कर) और अहसान उल हक (जैश) प्रमुख नाम हैं। ये सभी या तो पहलगाम हमले से जुड़े थे या पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर लौटे थे।

    सेना और जनता की साझा चेतावनी

    The Resistance Front (TRF) द्वारा हमले की जिम्मेदारी पहले ली गई, फिर इनकार कर देना एक बार फिर आतंक के नकाब को उजागर करता है। वहीं आम कश्मीरियों के बीच डर और गुस्से का माहौल है, पर इस बार देश के बहुसंख्यक वर्ग में संवेदनशीलता के साथ संयम और सख्ती दोनों की मांग उठ रही है।

  • आतंक का जवाब अब निर्णायक होगा – मधुबनी से प्रधानमंत्री की हुंकार

    आतंक का जवाब अब निर्णायक होगा – मधुबनी से प्रधानमंत्री की हुंकार

    मधुबनी, बिहार (राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के मधुबनी में पंचायती राज दिवस के कार्यक्रम के दौरान जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर तीखा संदेश दिया। उन्होंने देशवासियों को भरोसा दिलाया कि भारत की आत्मा पर वार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।

    प्रधानमंत्री ने कहा, “भारत आतंकियों, उनके हैंडलर्स और उनके समर्थकों को पहचानकर सजा देगा। हम उन्हें धरती के आखिरी छोर तक पीछा करके सज़ा दिलाएंगे।”

    उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा, “जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने भारत की आत्मा पर हमला करने का दुस्साहस किया है। मैं बहुत स्पष्ट शब्दों में कहना चाहता हूं कि इस हमले की साजिश रचने वालों को उनकी कल्पना से भी बड़ी सजा मिलेगी।”

    प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि आतंकवाद भारत की भावना और आत्मा को कभी झुका नहीं सकता। देश अब पहले से ज्यादा संगठित, सजग और सक्षम है।

    सभा में उपस्थित हजारों लोगों ने तालियों की गड़गड़ाहट और “भारत माता की जय” के नारों के साथ प्रधानमंत्री के इस संकल्प का समर्थन किया।

  • सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को वीर सावरकर पर अपमानजनक टिप्पणी से रोका, भविष्य में स्वतः संज्ञान की चेतावनी

    सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को वीर सावरकर पर अपमानजनक टिप्पणी से रोका, भविष्य में स्वतः संज्ञान की चेतावनी

    सर्वोच्च न्यायालय ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को वीर सावरकर के खिलाफ अपमानजनक बयानबाजी से परहेज करने की सख्त चेतावनी दी है। अदालत ने कहा कि यदि भविष्य में इस प्रकार की टिप्पणियाँ की जाती हैं, तो वह स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई कर सकती है।

    सुनवाई के दौरान, न्यायालय ने राहुल गांधी के वकील अभिषेक मनु सिंघवी से पूछा कि क्या राहुल गांधी को यह ज्ञात है कि महात्मा गांधी ने भी ब्रिटिश सरकार को पत्रों में ‘आपका आज्ञाकारी सेवक’ जैसे शब्दों का प्रयोग किया था। इस संदर्भ में, अदालत ने टिप्पणी की, “जिन्होंने हमें स्वतंत्रता दिलाई, उनके साथ आप ऐसा व्यवहार करते हैं?”

    यह मामला राहुल गांधी द्वारा वीर सावरकर को ‘ब्रिटिश का सेवक’ कहने से जुड़ा है, जिसके कारण लखनऊ और पुणे की अदालतों में उनके खिलाफ मानहानि के मामले दर्ज किए गए हैं। पुणे की अदालत ने उन्हें व्यक्तिगत पेशी से स्थायी छूट दी है, जबकि लखनऊ की अदालत ने उन्हें 10 जनवरी, 2025 को पेश होने का आदेश दिया है।

    सुप्रीम कोर्ट की यह चेतावनी राहुल गांधी के लिए एक गंभीर संकेत है कि स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति अनादरपूर्ण टिप्पणियाँ सहन नहीं की जाएंगी। अदालत ने स्पष्ट किया कि यदि भविष्य में ऐसी बयानबाजी दोहराई गई, तो वह स्वतः संज्ञान लेकर कठोर कार्रवाई कर सकती है।

  • आमजन को भीषण गर्मी से राहत देने के लिए पेयजल, विद्युत् आपूर्ति, मानव एवं पशु स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुचारु रखें – मुख्य सचिव

    आमजन को भीषण गर्मी से राहत देने के लिए पेयजल, विद्युत् आपूर्ति, मानव एवं पशु स्वास्थ्य व्यवस्थाएं सुचारु रखें – मुख्य सचिव

    मुख्य सचिव श्री सुधांश पंत ने प्रदेश में भीषण गर्मी को देखते हुए आमजन के लिए आवश्यक बिजली, पानी, स्वास्थ्य एवं अन्य आधारभूत सेवाओं की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के समस्त विभाग इस दौरान आमजन को होने वाली संभावित परेशानियों से बचाने और आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के लिए अपनी तैयारियों को पुख्ता करें। 

    श्री पंत गुरुवार को शासन सचिवालय में ग्रीष्म ऋतु में प्रदेश में जलापूर्ति, समर कंटिन्जेंसी प्लान की प्रगति एवं अन्य अन्तर्विभागीय विषयों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि समर कंटिन्जेंसी के कार्यों को समय पर पूर्ण किया जाए, जिससे इन कार्यों का अधिकतम लाभ आमजन को मिल सके। किसी भी तरह की आपात स्थिति उत्पन्न होने पर सम्बंधित विभागों द्वारा त्वरित कार्यवाही को सुनिश्चित किया जाए। 

    बैठक में उन्होंने सभी कार्मिकों की कार्यस्थलों पर उपस्थिति को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी कंट्रोल रूम चौबीसों घण्टे कार्यशील रहे एवं  प्राप्त शिकायतों का सम्बंधित विभाग द्वारा त्वरित निस्तारण किया जाए। श्री पंत ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के सभी जिला प्रभारी अधिकारियों को 30 अप्रैल से पूर्व अपने जिलों का दौरा करने निर्देश दिए। चिकित्सा विभाग को लू एवं तापघात की स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सालयों में उपचार के लिए आवश्यक सभी सेवाओं को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। 

    उन्होंने पशुपालन विभाग को गौशालाओं में पर्याप्त चारे एवं पानी की व्यवस्था के साथ ही समय पर अनुदान राशि प्रदान करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पशु चिकित्सालयों में सभी आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाये। 

    बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी श्री भास्कर ए सावंत ने कहा कि प्रदेश के समस्त 41 जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों हेतु 142.36 करोड रुपये के 1,245 कार्य स्वीकृत करवाये गये हैं, इनमें से 672 कार्य प्रारम्भ कर दिए गए हैं एवं 157 कार्य पूर्ण हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि विभाग द्वारा पेयजल गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये जल गुणवत्ता जांच के नमूने लिये जाकर लगातार निगरानी की जा रही है। इसके साथ ही राज्य एवं जिला स्तर पर पेयजल समस्याओं के त्वरित निराकरण हेतु नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गए हैं।

    अतिरिक्त मुख्य सचिव, आपदा प्रबंधन, सहायता एवं नागरिक सुरक्षा श्री आनंद कुमार ने कहा कि लू एवं तापाघात की स्थिति को देखते हुए जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गए हैं। जिला कलेक्टरों को आवश्यकतानुसार विद्यालयों के समय परिवर्तन हेतु निर्देश दिये गए हैं। मनरेगा में श्रमिकों हेतु छाया -पानी के आवश्यक प्रबंधन एवं समय परिवर्तन के लिए भी दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। जिला स्तर पर लू एवं तापाघात प्रभावितों के सहायता हेतु नियंत्रण कक्ष स्थापित किये गयें हैं।

    चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से बताया गया कि विभाग द्वारा लू एवं तापाघात के मरीजों हेतु आईसीयू में बेड आरक्षित रखने एवं दवाइयों की समुचित मात्रा में उपलब्धता के निर्देश जारी किये गए है। सभी संस्थानों में सुचारू विद्युत आपूर्ति तथा स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी। 

    डिस्कॉम्स अध्यक्ष सुश्री आरती डोगरा ने बताया कि ग्रीष्म ऋतु के दौरान होने वाली अधिक विद्युत खपत के प्रबंधन हेतु आवश्यकतानुसार बिजली क्रय की जा रही है। विभाग द्वारा पीएचईडी के लम्बित विद्युत कनेक्शनों को प्राथमिकता के आधार पर जारी किया जा रहा है।

    शासन सचिव, पशुपालन श्री समित शर्मा ने कहा कि सभी पशु चिकित्सकों एवं कर्मचारियों को फील्ड में रहने एवं नगर निकायों को बेसहारा पशुओं के लिये छाया-पानी के आवश्यक प्रबंधन हेतु निर्देश जारी किये गए है। प्रबंध निदेशक, आर.सी.डी.एफ श्रीमती श्रुति भरद्वाज ने बताया कि गर्मी में दूध की आपूर्ति घट जाती है, इसे बढ़ाने हेतु पशुपालकों से अधिकाधिक दुग्ध संग्रहण के प्रयास किये जा रहे हैं।

  • पहल्गाम आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार के कड़े फैसले: सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 की सुगबुगाहट

    पहल्गाम आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार के कड़े फैसले: सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 की सुगबुगाहट

    नई दिल्ली/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले ने देश को झकझोर दिया है। हमले में नौसेना के जवानों समेत कई सुरक्षाकर्मी वीरगति को प्राप्त हुए, और देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। इस हमले के जवाब में केंद्र सरकार ने त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान पर पांच कड़े कदम उठाए हैं, जिससे यह स्पष्ट हो गया है कि भारत अब केवल निंदा तक सीमित नहीं रहेगा।

    मोदी सरकार के 5 बड़े फैसले:

    1. सिंधु जल संधि निलंबित: भारत ने पाकिस्तान के साथ दशकों पुरानी सिंधु जल संधि को सस्पेंड कर दिया है। अब पाकिस्तान को मिलने वाला पानी रोका जाएगा और उसका उपयोग जम्मू-कश्मीर व पंजाब में किया जाएगा।
    2. अटारी बॉर्डर सील: पंजाब में भारत-पाक सीमा पर अटारी बॉर्डर को पूरी तरह बंद कर दिया गया है। यात्री और मालवाहक आवाजाही पर रोक लगा दी गई है।
    3. पाक नागरिकों को 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश: देश में मौजूद सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के भीतर भारत छोड़ने को कहा गया है। इसमें छात्र, पर्यटक और व्यापारी सभी शामिल हैं।
    4. पाक डिफेंस अटैचेज निष्कासित: दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में कार्यरत रक्षा संबंधी अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया गया है।
    5. डिप्लोमैटिक स्टाफ घटाकर 30 किया जाएगा: भारत और पाकिस्तान दोनों देशों के राजनयिक स्टाफ को 30 तक सीमित करने का निर्णय लिया गया है।

    सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 की सुगबुगाहट

    सूत्रों की मानें तो सीमापार जवाबी कार्रवाई की तैयारी जोरों पर है। सेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है। सीमा के पास सैन्य गतिविधियां तेज हो गई हैं और सर्जिकल स्ट्राइक 2.0 की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।

    सरकार का स्पष्ट संदेश

    गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी डटे हुए हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय से लगातार समन्वय चल रहा है। केंद्र सरकार का रुख साफ है, अब आतंकवाद के प्रति “शून्य सहिष्णुता” की नीति पर सख्ती से अमल किया जाएगा।

    देश भर में आक्रोश

    देश के कोने-कोने से वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी जा रही है। सोशल मीडिया पर लोग एक सुर में सरकार से करारा जवाब देने की मांग कर रहे हैं। इस बार सिर्फ जवाब नहीं, बदलाव की उम्मीद की जा रही है।

    भारत शांति चाहता है, लेकिन आत्मसम्मान से समझौता नहीं करेगा।

  • ग्रीष्मकालीन मिलावट विरोधी अभियान तीन दिन में किए 487 निरीक्षण, 1261 सैम्पल लिए।

    ग्रीष्मकालीन मिलावट विरोधी अभियान तीन दिन में किए 487 निरीक्षण, 1261 सैम्पल लिए।

    मुख्यमंत्री श्री भजन लाल शर्मा की पहल एवं चिकित्सा मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह खींवसर के निर्देशों पर प्रदेभर में आमजन को शुद्ध खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए मिलावट के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत 19 अप्रेल से 21 अप्रेल (तीन दिन) में 487 निरीक्षण कर कुल 1261 नमूने लिए गए।

    खाद्य सुरक्षा आयुक्त श्री एच. गुईटे ने बताया कि अभियान शुरू होने के बाद तीन दिन में प्रदेशभर में डेयरी उत्पाद, शीतल पेय पदार्थ, स्नेक्स एवं मिठाई आदि खाद्य पदार्थों के 507 एन्फोर्समेंट एवं 754 सर्विलांस सैम्पल लिए गए। उन्होंने बताया कि नमूने लेने के साथ ही मिलावट के संदेह के आधार पर अब तक 9189 किलो खाद्य सामग्री नष्ट करवाई गई एवं 15968 किलो से अधिक खाद्य सामग्री सीज की गई है। उन्होंने बताया कि इस ग्रीष्मकालीन मिलावट विरोधी अभियान की राज्य स्तर से दैनिक आधार पर मॉनिटरिंग की जा रही है।

    उल्लेखनीय है कि गर्मियों के मौसम को देखते हुए खाद्य सुरक्षा आयुक्तालय द्वारा 19 अप्रेल से 5 मई तक ग्रीष्मकालीन मिलावट विरोधी विशेष अभियान संचालित किया जा रहा है। अभियान के तहत सभी जिलों में प्रत्येक एफएसओ को इस अवधि के दौरान 60 नमूने लेने का लक्ष्य दिया गया है।

  • पहलगाम में नरसंहारः आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत, एक नौसेना अधिकारी भी शामिल

    पहलगाम में नरसंहारः आतंकवादी हमले में 26 लोगों की मौत, एक नौसेना अधिकारी भी शामिल

    जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक विनाशकारी आतंकवादी हमले के परिणामस्वरूप नौसेना के एक अधिकारी और खुफिया ब्यूरो के एक अधिकारी सहित 26 लोगों की मौत हुई, जो हाल के वर्षों में इस क्षेत्र में सबसे घातक हमलों में से एक है। आतंकवादियों ने एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल बैसरन घाटी में पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, उनसे उनका धर्म पूछा, कुछ से कलमा बोलने को कहा, फिर गोलियां चलाई जिससे कई लोग मारे गये और अन्य पीड़ित रह गए और व्यापक दहशत और संकट पैदा हो गया।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब की अपनी यात्रा को कम कर दिया और भारत लौट आए, हमले की कड़ी निंदा की और आतंकवाद से लड़ने का संकल्प लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तत्काल सुरक्षा समीक्षा बैठक के लिए श्रीनगर पहुंचे, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन सहित विभिन्न विश्व नेताओं ने भारत के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त की।

    यह हमला चरम पर्यटन मौसम के दौरान और अमरनाथ यात्रा की तैयारियों के बीच हुआ, जिससे क्षेत्र में आने वाले आगंतुकों की सुरक्षा के बारे में गंभीर चिंताएँ पैदा हुईं।

    पीड़ितों में महाराष्ट्र, कर्नाटक और ओडिशा सहित विभिन्न भारतीय राज्यों के पर्यटक भी शामिल थे, जिन्होंने त्रासदी के व्यापक प्रभाव को उजागर किया। हमले के बाद, अपराधियों को बेअसर करने के लिए एक आतंकवाद विरोधी अभियान शुरू किया गया था, और घटना की पूरी सीमा निर्धारित करने और जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए जांच जारी है।

    अमेरिकी उपराष्ट्रपति भारत में हैं; प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब की अपनी तीसरी यात्रा पर हैं; वंदे भारत श्रीनगर तक चलने वाली है, और अमरनाथ यात्रा निकट आ रही है। यह हमें डराने-संदेश भेजने के लिए हमला और योजना बनाई गई थी। अब हमें भी एक संदेश भेजने की जरूरत है। पीड़ितों के परिवारों के प्रति हमारी संवेदनाएँ।

  • भारत में है जीवंतता, बाकी दुनिया में नीरसता: उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का जयपुर दौरे में बयान

    भारत में है जीवंतता, बाकी दुनिया में नीरसता: उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का जयपुर दौरे में बयान

    अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इन दिनों भारत की चार दिवसीय यात्रा पर हैं और 21 अप्रैल की रात वे जयपुर पहुंचे। अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा में वे अपनी भारतीय मूल की पत्नी उषा वेंस और तीन बच्चों के साथ आए हैं। जयपुर में उनके आगमन और सार्वजनिक भाषणों ने भारत-अमेरिका संबंधों के भविष्य को लेकर नई उम्मीदें जगा दी हैं।

    “भारत में है अनंत संभावनाओं की भावना”

    राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में दिए गए अपने भाषण में वेंस ने भारत की सांस्कृतिक विविधता और तेज़ी से हो रहे विकास की खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “मैं कई देशों में गया हूं। वहां अक्सर एक जैसी नीरसता देखने को मिलती है—सब एक जैसे बन जाना चाहते हैं, बाकी दुनिया की नकल करना चाहते हैं। भारत में ऐसा नहीं है। यहां एक विशेष जीवंतता है, एक ऊर्जा है। यहां जीवन समृद्ध हो रहा है, नई इमारतें बन रही हैं, नए घर खड़े हो रहे हैं। भारतीय होने का गर्व और भविष्य के प्रति एक उत्साह साफ महसूस होता है।”

    मोदी की कूटनीति की प्रशंसा

    अपने संबोधन में वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापारिक और कूटनीतिक क्षमता की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी एक बहुत ही टफ नेगोशिएटर हैं। मैंने स्वयं देखा है कि वे किस तरह से भारत के उद्योग और व्यापारिक हितों की मजबूती से रक्षा करते हैं। वे बहुत हार्ड बारगेनिंग करते हैं, और भारत के पक्ष को मजबूती से रखते हैं।”

    भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के संकेत

    वेंस ने यह भी संकेत दिए कि भारत और अमेरिका के बीच एक संभावित ट्रेड एग्रीमेंट (व्यापार समझौता) जल्द ही आकार ले सकता है।
    “हमारी दोनों सरकारें मिलकर इस पर कार्य कर रही हैं। टर्म्स ऑफ रेफरेंस पर अच्छी प्रगति हुई है। राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी की फरवरी में हुई मुलाकात में भी इस पर विस्तृत चर्चा हुई थी। भारत और अमेरिका कई क्षेत्रों में मिलकर काम करना चाहते हैं।”

    वेंस ने भारत से अपने पारिवारिक जुड़ाव को भी साझा किया। उन्होंने भावुक होकर कहा,
    “यह भारत की मेरी पहली यात्रा है, उस देश की जहाँ मेरी पत्नी के माता-पिता का जन्म हुआ। भारत की प्राचीन वास्तुकला, इसकी सांस्कृतिक समृद्धि और इतिहास ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है। लेकिन इसके साथ-साथ, जिस तेज़ी से भारत भविष्य की ओर बढ़ रहा है, वह भी उतना ही प्रेरणादायक है। और हां, यहां मेरी पत्नी मुझसे बड़ी सेलिब्रिटी हैं!”

    उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का यह दौरा सिर्फ कूटनीतिक नहीं, बल्कि भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत की ऊर्जा, विविधता और विकासशील दृष्टिकोण की खुले दिल से तारीफ की और भारत-अमेरिका संबंधों में विश्वास और मजबूती का नया संदेश दिया।

  • राज्यपाल ने शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया। शिक्षा व्यवसाय नहीं है, पवित्र कार्य है – राज्यपाल

    राज्यपाल ने शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को सम्मानित किया। शिक्षा व्यवसाय नहीं है, पवित्र कार्य है – राज्यपाल

    जयपुर, 21 अप्रैल। राज्यपाल श्री हरिभाऊ बागडे ने सोमवार को छत्रपति संभाजी नगर में आयोजित एक समारोह में शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों और शिक्षण संस्थाओं का सम्मान और अभिनंदन किया।

    श्री बागडे ने इस दौरान भारत के प्राचीन तक्षशिला, नालंदा, विक्रम विश्वविद्यालय आदि की चर्चा करते हुए कहा कि शैक्षिक क्षेत्र में आरम्भ से ही भारत विश्व भर में अग्रणी रहा है।

    राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा व्यवसाय नहीं बल्कि पवित्र कार्य है। शिक्षा प्रदान करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। उन्होंने शिक्षण संस्थाओं का आह्वान किया कि वे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुए राष्ट्र को विश्व भर में अग्रणी बनाने का कार्य करे।

    उन्होंने आर्यभट्ट, पाणिनि, भास्कराचार्य आदि की चर्चा करते हुए कहा कि उन्होंने वैज्ञानिक और जीवन व्यवहार, भाषा के जो सूत्र प्रदान किए, उसी को बाद में आधुनिक रूप में  पश्चिम के देशों ने प्रस्तुत किया।

    उन्होंने शिक्षण संस्थानों में बौद्धिक क्षमता विकास के साथ भारतीय ज्ञान परंपरा के संबंध में नई पीढ़ी को जागरुक किए जाने का आह्वान किया। राज्यपाल ने कहा कि विश्व को सबसे पहले जीरो का ज्ञान भारत ने दिया इसी से अन्य देशों में गिनती की शुरुआत हुई।

  • जे.डी. वेंस पहुंचे जयपुर। ये दौरा भारत-अमेरिका संबंधों की दिशा में नया अध्याय साबित होगा।

    जे.डी. वेंस पहुंचे जयपुर। ये दौरा भारत-अमेरिका संबंधों की दिशा में नया अध्याय साबित होगा।

    अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा पर 21 से 24 अप्रैल, 2025 के दौरान भारत पहुंचे हैं। अपनी भारतीय मूल की पत्नी उषा वेंस और तीन बच्चों — इवान, विवेक और मिराबेल — के साथ वे रविवार रात जयपुर पहुंचे। यह दौरा भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को नए आयाम देने वाला माना जा रहा है।

    वेंस परिवार रामबाग पैलेस होटल में ठहरा है, जहाँ उनकी सुरक्षा के लिए 2400 सुरक्षाकर्मी और 7 आईपीएस अधिकारी तैनात किए गए हैं। यह सुरक्षा बंदोबस्त इस दौरे की संवेदनशीलता और महत्त्व को दर्शाता है।

    अगले कुछ दिनों में वेंस जयपुर के ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे। वे 22 अप्रैल को आमेर किला देखने जाएंगे, जहाँ उन्हें राजस्थान की समृद्ध सांस्कृतिक और स्थापत्य विरासत से परिचित कराया जाएगा। उसी दिन वे राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर (RIC) में भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों पर एक प्रमुख भाषण देने वाले हैं, जिसमें व्यापार, रक्षा और सांस्कृतिक साझेदारी पर फोकस रहेगा।

    23 अप्रैल को वेंस परिवार आगरा रवाना होगा, जहाँ वे विश्वविख्यात ताजमहल का दौरा करेंगे। इसके बाद वे वापस जयपुर लौटकर सिटी पैलेस का दौरा करेंगे, जो राजस्थान के राजशाही इतिहास की छवि प्रस्तुत करता है।

    इस यात्रा का एक व्यक्तिगत पहलू भी है— उषा वेंस का पारिवारिक संबंध आंध्र प्रदेश के वडलुरु गांव से है, जिसे लेकर लोगों में विशेष उत्साह देखा जा रहा है।

    यात्रा के अंतिम दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिल्ली में उनकी बैठक प्रस्तावित है, जिसमें व्यापार समझौतों, रक्षा सहयोग, और तकनीकी साझेदारी जैसे विषयों पर बातचीत होने की संभावना है। यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ अस्थायी रूप से रोक दिए गए हैं, जिससे द्विपक्षीय व्यापार को नया अवसर मिल सकता है।

    जयपुर में वेंस की उपस्थिति न केवल राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत करेगी, बल्कि यह दौरा भारत-अमेरिका संबंधों में एक ऐतिहासिक और सकारात्मक मोड़ लाने की क्षमता भी रखता है।

  • राहुल गांधी ने अमेरिका में फिर भारत की छवि पर उठाए सवाल, चुनाव आयोग को बताया ‘कंप्रोमाइज़्ड’

    राहुल गांधी ने अमेरिका में फिर भारत की छवि पर उठाए सवाल, चुनाव आयोग को बताया ‘कंप्रोमाइज़्ड’

    पूर्व में भी कर चुके हैं देश के बाहर विवादित बयान, क्या यह एक पैटर्न बनता जा रहा है?

    लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी ने अप्रैल 2025 में अमेरिका के बोस्टन में भारतीय प्रवासी समुदाय को संबोधित करते हुए एक बार फिर विवाद को जन्म दे दिया। उन्होंने न केवल चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए, बल्कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में कथित अनियमितताओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र में एक “statistically improbable” यानी सांख्यिक रूप से असंभव मतदाता वृद्धि देखी गई, जिससे संकेत मिलता है कि चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को बीजेपी से अधिक वोट मिले, फिर भी हार हुई, जो स्पष्ट रूप से हेरफेर का संकेत देता है।

    भाजपा ने राहुल गांधी के इन बयानों को देशविरोधी करार देते हुए उनकी कड़ी आलोचना की। अमित शाह जैसे वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि यह बयान न केवल भारत की संस्थाओं को बदनाम करते हैं, बल्कि वैश्विक मंच पर देश की छवि को धूमिल करने का प्रयास है। चुनाव आयोग ने भी राहुल गांधी के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मतदाता सूची को विशेष सारांश पुनरीक्षण (SSR) के तहत नियमित प्रक्रिया में अद्यतन किया गया, जिसमें केवल 89 आपत्तियाँ प्राप्त हुईं, जबकि महाराष्ट्र में 1.38 करोड़ से अधिक बूथ स्तर एजेंट नियुक्त हैं।

    कांग्रेस ने राहुल गांधी का बचाव करते हुए कहा कि वह चुनावी पारदर्शिता को लेकर गंभीर चिंताओं को उजागर कर रहे थे, जो एक लोकतांत्रिक नेता का दायित्व है। लेकिन सवाल उठता है कि क्या यह “चिंता” केवल विदेश दौरे के समय ही क्यों उभरती है?

    यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी ने विदेशी भूमि पर भारत की संवैधानिक संस्थाओं या सामाजिक ढांचे पर टिप्पणी की हो। सितंबर 2024 की अमेरिका यात्रा के दौरान भी उन्होंने आरएसएस की आलोचना की थी और विवादास्पद अमेरिकी सांसद इल्हान उमर से मुलाक़ात की थी। उस समय भी भाजपा ने उन्हें भारत की छवि धूमिल करने का दोषी ठहराया था।

    इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि राहुल गांधी विदेश में दिए गए अपने बयानों के जरिए बार-बार एक खास नैरेटिव गढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, जो कि न केवल राजनीतिक रूप से संदिग्ध है, बल्कि देशहित में भी नहीं कहा जा सकता। आलोचकों का मानना है कि एक जिम्मेदार विपक्षी नेता को विदेशी धरती पर भारत की संस्थाओं को कटघरे में खड़ा करने के बजाय, देश में लोकतांत्रिक संवाद को मजबूत करने की दिशा में काम करना चाहिए।

  • राजस्थान मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल के कयास तेज

    राजस्थान मंत्रिमंडल में संभावित फेरबदल के कयास तेज

    राजस्थान में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व वाली सरकार में मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज हो गई हैं, जिसमें शेखावाटी और मेवाड़ क्षेत्रों से नए चेहरों को शामिल करने की चर्चा है। हाल ही में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की दिल्ली में बीजेपी और आरएसएस के शीर्ष नेताओं से मुलाकात के बाद यह अटकलें और भी ज़्यादा मज़बूत हुई हैं।

    सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शन के आधार पर 2-3 मौजूदा मंत्रियों को हटाया जा सकता है और कुछ मंत्रियों के विभागों में भी बदलाव किए जा सकते हैं। इसके अलावा, कुछ विधायकों को संसदीय सचिव की जिम्मेदारी दी जा सकती है और मुख्यमंत्री के शेखावाटी दौरे के बाद यह प्रक्रिया शुरू होने की संभावना है।

    मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के हालिया उपचुनावों में मिली जीत और सरकार के अच्छे कामकाज के कारण उन्हें मंत्रिमंडल में फेरबदल करने में अधिक स्वतंत्रता मिल सकती है, जिससे यह कयास लगाए जा रहे हैं कि अगले दो हफ़्तों में इस बारे में फैसला आ सकता हैं।

  • एसीबी की कार्रवाई: इंजीनियर अशोक जांगिड़ पर आय से 161% अधिक संपत्ति का आरोप

    एसीबी की कार्रवाई: इंजीनियर अशोक जांगिड़ पर आय से 161% अधिक संपत्ति का आरोप

    राजस्थान एसीबी ने ‘ऑपरेशन बेखौफ’ के तहत जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग (PHED) के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार जांगिड़ के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। लगभग 11.50 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है, जो जांगिड़ की आय से 161% अधिक है।

    ACB की 250 अधिकारियों की टीम ने जयपुर, उदयपुर, अजमेर, टोंक, बांसवाड़ा और जैसलमेर सहित 19 स्थानों पर तलाशी ली और 54 अचल संपत्तियां, 5 खनिज लीज और 22 बैंक खातों में 21 लाख रुपये बरामद किए।

    जांच में खुलासा हुआ है कि जांगिड़ ने खनिज कंपनियों में मशीनरी और खनन गतिविधियों पर भारी खर्च किया है और बच्चों की शिक्षा पर लगभग 30 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। एसीबी का कहना है कि यह कार्रवाई अभी जारी है और और भी बड़े खुलासे होने की संभावना है, साथ ही संबंधित खनिज विभागों और उप पंजीयक कार्यालयों से रिकॉर्ड भी जब्त किए जा रहे हैं।

  • गीता और नाट्यशास्त्र यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल

    गीता और नाट्यशास्त्र यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल

    भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक धरोहर को एक बार फिर वैश्विक मंच पर सम्मान मिला है। श्रीमद्भगवद्गीता और भरत मुनि के नाट्यशास्त्र की पांडुलिपियों को यूनेस्को के प्रतिष्ठित मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल किया गया है। यह उपलब्धि न केवल भारत के लिए, बल्कि विश्व भर के उन लोगों के लिए गर्व का विषय है, जो भारतीय दर्शन और कला के प्रशंसक हैं।

    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस ऐतिहासिक क्षण को “विश्व भर के प्रत्येक भारतीय के लिए गर्व का क्षण” करार देते हुए कहा, “गीता और नाट्यशास्त्र का यूनेस्को के मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर में शामिल होना हमारी कालजयी बुद्धिमत्ता और समृद्ध संस्कृति की वैश्विक मान्यता है। इन ग्रंथों ने सदियों से सभ्यता और चेतना को पोषित किया है। इनकी अंतर्दृष्टि आज भी विश्व को प्रेरित करती है।

    “गीता और नाट्यशास्त्र: भारतीय संस्कृति के रत्नश्रीमद्भगवद्गीता, जो महाभारत के भीष्म पर्व का हिस्सा है, भगवान श्रीकृष्ण और अर्जुन के बीच का दार्शनिक संवाद है। यह ग्रंथ जीवन, कर्तव्य, धर्म और मोक्ष के गहन सवालों का जवाब देता है। 80 से अधिक भाषाओं में अनुवादित यह ग्रंथ विश्व भर में आध्यात्मिक और दार्शनिक मार्गदर्शन का स्रोत रहा है।

    वहीं, भरत मुनि का नाट्यशास्त्र भारतीय प्रदर्शन कला का आधारभूत ग्रंथ है। इसे ‘गांधर्ववेद’ भी कहा जाता है, जो नृत्य, संगीत, अभिनय और रंगमंच के सिद्धांतों का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करता है। इस ग्रंथ ने न केवल भारतीय कला को आकार दिया, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशियाई देशों की सांस्कृतिक परंपराओं को भी प्रभावित किया।

    मेमोरी ऑफ द वर्ल्ड रजिस्टर मानवता की सबसे मूल्यवान बौद्धिक विरासत को संरक्षित करने का एक प्रयास है। इस रजिस्टर में किताबें, पांडुलिपियां, नक्शे, तस्वीरें, ध्वनि या वीडियो रिकॉर्डिंग जैसी दस्तावेजी धरोहर शामिल की जाती हैं। 17 अप्रैल को यूनेस्को ने 74 नई दस्तावेजी धरोहरों को इस रजिस्टर में जोड़ा, जिससे कुल संग्रह 570 तक पहुंच गया। इनमें गीता और नाट्यशास्त्र के साथ-साथ चार्ल्स डार्विन के कार्य, जेनेवा कन्वेंशन और संयुक्त राष्ट्र के यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स जैसे दस्तावेज भी शामिल हैं।

    संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसे “भारत की सभ्यतागत विरासत के लिए ऐतिहासिक क्षण” बताया। उन्होंने कहा, “हमारे देश से अब इस अंतरराष्ट्रीय रजिस्टर में 14 प्रविष्टियां हैं।” केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने अपनी सांस्कृतिक बुद्धिमत्ता को वैश्विक कल्याण के केंद्र में स्थापित करने के लिए निरंतर प्रयास किए हैं।

  • अमेरिकी उपराष्ट्रपति का राजस्थान दौरा अब 4 दिन का होगा

    अमेरिकी उपराष्ट्रपति का राजस्थान दौरा अब 4 दिन का होगा

    अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस 21 अप्रैल से 24 अप्रैल तक चार दिवसीय राजस्थान दौरे पर रहेंगे, जिसकी शुरुआत जयपुर से होगी। जयपुर में रहने के दौरान वे आमेर किले समेत अन्य ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण करेंगे और राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में एक कार्यक्रम में भी शामिल होंगे।

    उनके दौरे के दौरान उनकी पत्नी, बच्चे और अमेरिकी प्रशासन के वरिष्ठ सदस्य भी उनके साथ रहेंगे। 23 अप्रैल को वे आगरा जाएँगे जहाँ वे ताजमहल का दीदार करेंगे और उसी दिन रात को जयपुर वापस लौट आएंगे।

    मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने उपराष्ट्रपति के दौरे की तैयारियों की समीक्षा बैठक ली और सुरक्षा, यातायात व्यवस्था और अन्य आवश्यक प्रबंधों को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

  • राजस्थान को केंद्र सरकार का बड़ा तोहफ़ा: सड़क अवसंरचना पर भारी निवेश

    राजस्थान को केंद्र सरकार का बड़ा तोहफ़ा: सड़क अवसंरचना पर भारी निवेश

    केंद्र सरकार ने राजस्थान के लिए सड़क अवसंरचना पर 0.67 लाख करोड़ रुपये का विशाल बजट आवंटित किया है, जो केंद्र के कुल सड़क बजट (1.42 लाख करोड़ रुपये) का लगभग 47 प्रतिशत है। इस बजट से वर्ष 2025 में राजस्थान में 28 फ्लाईओवर का निर्माण किया जाएगा, जिससे राज्य के आर्थिक विकास और परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा।

    यह निवेश केंद्र और राज्य सरकारों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है, जहाँ राजस्थान ने स्वयं 87,438 करोड़ रुपये का निवेश करने का निर्णय लिया है। कुल मिलाकर, केंद्र और राज्य सरकारें इस वर्ष सड़क अवसंरचना पर 3.9 लाख करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखती हैं, जो वित्त वर्ष 96 के बाद से दूसरा सबसे बड़ा निवेश है।