Category: वीडियो Video

  • तपती जलती रेत में बीएसएफ के जवान ने सेका पापड़। बीकानेर में पारा 47 डिग्री। वीडियो वायरल।

    तपती जलती रेत में बीएसएफ के जवान ने सेका पापड़। बीकानेर में पारा 47 डिग्री। वीडियो वायरल।

    राजस्थान के बीकानेर में तापमान 47 डिग्री तक पहुंच गया है। इस भीषण गर्मी में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रेत भट्टी की तरह धधक रही है, लेकिन मातृभूमि की सेवा करने वाले हमारे जवान डटे हुए हैं। बीकानेर की तपती रेत में जहां आम आदमी खड़ा भी नहीं रह सकता, वहां हमारे बीएसएफ जवान अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं।

    नीचे प्ले करके पूरा वीडियो देखिए:

    हाल ही में, बीकानेर की रेत में पापड़ भूनते हुए बीएसएफ जवान का एक वीडियो वायरल हुआ है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे जवान इस कठोर मौसम में भी अपने कर्तव्यों का पालन कर रहे हैं। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों के दिलों में वीर जवानों के प्रति सम्मान और गर्व का भाव भर रहा है।

    बीएसएफ जवानों की यह दृढ़ता और साहस सचमुच काबिले तारीफ है। इस कठिन परिस्थिति में भी वे अपनी जिम्मेदारियों को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभा रहे हैं। वीरों को सलाम, जिन्होंने न सिर्फ देश की सीमाओं की रक्षा हर मौसम हर हाल में कर रहे है, बल्कि इस विपरीत परिस्थिति में भी अपने अदम्य साहस का परिचय दे रहे है। इस गर्मी में बीकानेर की रेत एक चुनौती बन गई है, लेकिन हमारे जवानों ने यह साबित कर दिया है कि वे किसी भी परिस्थिति में देश की सुरक्षा के लिए तत्पर हैं।

    इस वीडियो ने न सिर्फ बीएसएफ जवानों के साहस को उजागर किया है, बल्कि पूरे देश में उनके प्रति गर्व और सम्मान की भावना को और बढ़ा दिया है। देशवासियों को अपने इन वीर जवानों पर गर्व है, जो हर परिस्थिति में देश की सुरक्षा के लिए तैयार रहते हैं। उनकी इस सेवा और बलिदान को हमारा सलाम।

  • तलाक के बाद बेटी की घर वापसी पर कानपुर के व्यक्ति ने ‘बैंड-बाजा’ के साथ किया जश्न

    तलाक के बाद बेटी की घर वापसी पर कानपुर के व्यक्ति ने ‘बैंड-बाजा’ के साथ किया जश्न

    उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक पिता ने अपनी बेटी की तलाक के बाद घर वापसी पर ‘बैंड-बाजा’ के साथ जश्न मनाया। बेटी की शादी 2016 में हुई थी, लेकिन दहेज के लिए प्रताड़ित किए जाने के बाद उसने तलाक के लिए अदालत का रुख किया। 28 फरवरी को अदालत ने दोनों को तलाक दे दिया।

    पिता का कहना है कि उन्होंने समाज को एक सकारात्मक संदेश देने के लिए ‘बैंड-बाजा’ की व्यवस्था की ताकि लोग शादी के बाद अपनी बेटियों को अनदेखा करने के बजाय उनकी बेटियों को समझने की कोशिश करें। बेटी ने अपने माता-पिता के इशारे की सराहना की और कहा कि वह नए सिरे से शुरू करने से पहले ब्रेक लेगी।