अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस इन दिनों भारत की चार दिवसीय यात्रा पर हैं और 21 अप्रैल की रात वे जयपुर पहुंचे। अपनी पहली आधिकारिक भारत यात्रा में वे अपनी भारतीय मूल की पत्नी उषा वेंस और तीन बच्चों के साथ आए हैं। जयपुर में उनके आगमन और सार्वजनिक भाषणों ने भारत-अमेरिका संबंधों के भविष्य को लेकर नई उम्मीदें जगा दी हैं।
“भारत में है अनंत संभावनाओं की भावना”
राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में दिए गए अपने भाषण में वेंस ने भारत की सांस्कृतिक विविधता और तेज़ी से हो रहे विकास की खुलकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “मैं कई देशों में गया हूं। वहां अक्सर एक जैसी नीरसता देखने को मिलती है—सब एक जैसे बन जाना चाहते हैं, बाकी दुनिया की नकल करना चाहते हैं। भारत में ऐसा नहीं है। यहां एक विशेष जीवंतता है, एक ऊर्जा है। यहां जीवन समृद्ध हो रहा है, नई इमारतें बन रही हैं, नए घर खड़े हो रहे हैं। भारतीय होने का गर्व और भविष्य के प्रति एक उत्साह साफ महसूस होता है।”
मोदी की कूटनीति की प्रशंसा
अपने संबोधन में वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की व्यापारिक और कूटनीतिक क्षमता की भी सराहना की। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी एक बहुत ही टफ नेगोशिएटर हैं। मैंने स्वयं देखा है कि वे किस तरह से भारत के उद्योग और व्यापारिक हितों की मजबूती से रक्षा करते हैं। वे बहुत हार्ड बारगेनिंग करते हैं, और भारत के पक्ष को मजबूती से रखते हैं।”
भारत-अमेरिका व्यापार समझौते के संकेत
वेंस ने यह भी संकेत दिए कि भारत और अमेरिका के बीच एक संभावित ट्रेड एग्रीमेंट (व्यापार समझौता) जल्द ही आकार ले सकता है।
“हमारी दोनों सरकारें मिलकर इस पर कार्य कर रही हैं। टर्म्स ऑफ रेफरेंस पर अच्छी प्रगति हुई है। राष्ट्रपति ट्रम्प और प्रधानमंत्री मोदी की फरवरी में हुई मुलाकात में भी इस पर विस्तृत चर्चा हुई थी। भारत और अमेरिका कई क्षेत्रों में मिलकर काम करना चाहते हैं।”
वेंस ने भारत से अपने पारिवारिक जुड़ाव को भी साझा किया। उन्होंने भावुक होकर कहा,
“यह भारत की मेरी पहली यात्रा है, उस देश की जहाँ मेरी पत्नी के माता-पिता का जन्म हुआ। भारत की प्राचीन वास्तुकला, इसकी सांस्कृतिक समृद्धि और इतिहास ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है। लेकिन इसके साथ-साथ, जिस तेज़ी से भारत भविष्य की ओर बढ़ रहा है, वह भी उतना ही प्रेरणादायक है। और हां, यहां मेरी पत्नी मुझसे बड़ी सेलिब्रिटी हैं!”
उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का यह दौरा सिर्फ कूटनीतिक नहीं, बल्कि भावनात्मक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत की ऊर्जा, विविधता और विकासशील दृष्टिकोण की खुले दिल से तारीफ की और भारत-अमेरिका संबंधों में विश्वास और मजबूती का नया संदेश दिया।