लोकसभा अध्यक्ष श्री ओम बिरला ने सोमवार को कोटा-बूंदी संसदीय क्षेत्र की पेयजल परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि गर्मी के मौसम में आमजन को निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। उन्होंने दो टूक कहा कि जनसमस्याओं के समाधान में कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और प्रोजेक्ट्स को लटकाने वाले ठेकेदारों को चेतावनी देकर सुधार न होने की स्थिति में ब्लैकलिस्ट किया जाए।
परियोजनाओं की प्रगति पर नाराजगी
बैठक में नवनेरा, परवन-अकावद, बोराबास-मंडाना और रामगंजमंडी जलापूर्ति परियोजनाओं की प्रगति पर चर्चा हुई। देरी की शिकायतों पर श्री बिरला ने कहा कि अधूरे कामों को समर कंटीजेंसी योजना के तहत प्राथमिकता से पूरा किया जाए और अधिक संकटग्रस्त क्षेत्रों के लिए नए प्रस्ताव तैयार किए जाएं।
50 वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए योजनाएं बनें
लोकसभा अध्यक्ष ने अधिकारियों से कहा कि भविष्य की पेयजल परियोजनाएं बनाते समय अगले 50 वर्षों की संभावित जनसंख्या और जल जरूरतों को ध्यान में रखें। साथ ही, उन्होंने सड़क मरम्मत में हो रही लापरवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि पाइपलाइन और सीवरेज कार्यों को समय से पहले पूरा किया जाए ताकि बार-बार सड़कें न तोड़ी जाएं।
मीडिया रिपोर्ट्स पर त्वरित संज्ञान और कार्रवाई के निर्देश
श्री बिरला ने मीडिया में प्रकाशित पेयजल आपूर्ति संबंधी खबरों पर गंभीरता से संज्ञान लेने और की गई कार्रवाई की रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों को भी इस कार्रवाई से अवगत कराया जाए।
फील्ड मॉनिटरिंग और अवैध कनेक्शनों पर सख्ती
पीएचईडी मंत्री श्री कन्हैयालाल चौधरी ने निर्देश दिए कि अवैध जल कनेक्शनों को पुलिस की सहायता से हटाया जाए और गारडदा परियोजना में जल उपलब्धता को ध्यान में रखकर ही कनेक्शन स्वीकृत किए जाएं। साथ ही, मलबे का उचित निस्तारण और क्षेत्रीय स्तर पर जल आपूर्ति की समीक्षा के लिए फील्ड विजिट को बढ़ावा देने की बात भी कही।
उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
बैठक में ऊर्जा राज्य मंत्री श्री हीरालाल नागर, कोटा दक्षिण विधायक श्री संदीप शर्मा, जिला प्रमुख श्री मुकेश मेघवाल सहित कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल रहे।
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